पेंशनर्स एसोसिएशन पावरकॉम व ट्रांसको पंजाब ने बिजली संशोधन बिल के खिलाफ अर्थी फूंकी
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- Dec 17, 2025
भास्कर न्यूज |लुधियाना पेंशनर्स एसोसिएशन पावरकॉम और ट्रांसको पंजाब द्वारा लिए गए फैसले के अनुसार बिजली संशोधन बिल 2025, श्रम कानूनों में प्रस्तावित बदलाव, पावरकॉम की जमीनों की बिक्री और अन्य लंबित मांगों के विरोध में मंडल स्तर पर अर्थी फूंक प्रदर्शन किए गए। सर्कल पश्चिम के प्रधान हरजीत सिंह ने बताया कि राज्य स्तरीय फैसले के तहत मॉडल टाउन डिवीजन और सिटी सेंटर डिवीजन में अर्थी फूंकी गई। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बिजली संशोधन बिल 2025, बीज संशोधन बिल और चार लेबर बिलों को लोकसभा व विधानसभा में पेश कर पारित करना चाहती है, जो कर्मचारियों, किसानों और आम जनता के हितों के खिलाफ हैं। इन प्रस्तावित बिलों के विरोध में सभी किसान संगठनों, बिजली कर्मचारियों की यूनियनों और मजदूर संगठनों ने एकजुट होकर तीखा संघर्ष छेड़ने का फैसला किया है। आंदोलनकारियों का कहना है कि ये कानून बिजली क्षेत्र के निजीकरण को बढ़ावा देंगे व कर्मियों के अधिकारों पर सीधा हमला हैं। लुधियाना| पीएसपीसीएल और पीएसटीसीएल में कार्यरत इंजीनियरों का असंतोष अब खुलकर सामने आ गया है। लंबित मांगों और गंभीर मुद्दों पर प्रबंधन की ओर से ठोस कार्रवाई न होने से नाराज़ पीएसईबी इंजीनियर्स एसोसिएशन ने आंदोलन को तेज करने का ऐलान किया है। एसोसिएशन के अनुसार 18 दिसंबर 2025 से पूरे पंजाब में आंदोलन का नया चरण शुरू होगा। एसोसिएशन ने बताया कि सरकार और प्रबंधन के प्रति विरोध दर्ज कराने के लिए पहले ही राज्यभर के इंजीनियर सभी आधिकारिक वॉट्सएप ग्रुप्स से बाहर आ चुके हैं। अब आंदोलन के तहत इंजीनियर रोज़ाना शाम 5 बजे से सुबह 9 बजे तक अपने आधिकारिक मोबाइल फोन स्विच ऑफ रखेंगे। शिफ्ट ड्यूटी पर तैनात इंजीनियर ऑफ-ड्यूटी अवधि में मोबाइल बंद रखेंगे। इसके साथ ही सभी जनरेटिंग स्टेशनों में ‘वर्क-टू-रूल’ लागू किया जाएगा और वॉट्सएप ग्रुप्स से बाहर रहने का निर्णय जारी रहेगा। इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष देव राज और पूर्वी सर्कल के प्रधान बलदेव राज जोशी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इन बिलों को पेश करने या पास करने की दोबारा कोशिश की गई तो सरकार को कड़े और व्यापक आंदोलन का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि पावर सेक्टर की संपत्तियों की बिक्री और कर्मचारियों–पेंशनर्स के हितों से समझौता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदर्शन में रछपाल सिंह, हरमिंदर सिंह चावला, शमिंदर सिंह लोंगोवाल, बलविंदर सिंह, चैनपाल, महिंदर सिंह, महिंदर सिंह सरोआं, जगतार सिंह, वरयाम प्रकाश, रमन गुगलानी, प्रदीप कुमार, राम सिंह, वरयाम सिंह, शिया राम, हरीश चंद्र, दलजीत सिंह, गुरबख्श सिंह, करण बहादर, सुरिंदर सिंह, चरणजीत सिंह सहित अन्य नेता और सदस्य शामिल थे।



