PSPCL इंजीनियर्स ने खोला सरकार के खिलाफ मोर्चा:पंजाबमें SDO से चीफ-इंजीनियर तक वर्क टू रूल हड़ताल पर, छुट्टी के बाद फोन बंद
- Admin Admin
- Dec 20, 2025
पंजाब स्टेट पावर कार्पोरेशन लिमिटेड(PSPCL) के इंजीनियरों ने पंजाब सरकार व पावरकॉम प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। PSPCL के एसडीओ से लेकर चीफ इंजीनियर तक के सभी अफसर वर्क टू रूल हड़ताल पर हैं। अफसर अपने निर्धारित काम के अलावा और कोई काम नहीं करेंगे। यह हड़ताल अनिश्चितकाल तक रहेगी। अफसरों ने छुट्टी के बाद यानि शाम पांच बजे से सुबह नौ बजे तक अपने ऑफिशियल मोबाइल स्विच ऑफ करने शुरू कर दिए हैं। PSEB इंजीनियर्स एसोसिएशन ने साफ कर दिया कि जब तक सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो वो वर्क टू रूल हड़ताल पर रहेंगे। इसके साथ ही ड्यूटी टाइम के बाद फोन बंद कर देंगे और अफसरों के जो वॉट्सऐप ग्रुप हैं उनको लेफ्ट कर देंगे। पांच बजे के बाद बड़ा फॉल्ट आया तो होगी मुश्किल पीएसपीसीएल के इंजीनियर्स ने शाम पांच बजे से सुबह 9 बजे तक फोन बंद करने के साथ साथ एक्स्ट्रा काम करने से मना कर दिया है। पंजाब भर में इस दौरान अगर पावर जेनरेशन से लेकर सप्लाई सिस्टम में कहीं कोई बड़ा फॉल्ट आया तो वह ठीक नहीं होगा। उसे ठीक करने के लिए सुबह नौ बजे तक का इंतजार करना होगा। क्योंकि एसडीओ से लेकर चीफ इंजीनियर तक वर्क टू रूल हड़ताल पर हैं और उनके मोबाइल भी छुट्टी के बाद बंद हो रहे हैं। सर्दी के मौसम में अक्सर रात के समय ठंड जाता होती है तो पावर सप्लाई सिस्टम ट्रिप कर जाता है। इंजीनियर्स एसोसिएशन कर रही है जमीनों के बेचने का विरोध PSEB इंजीनियर्स एसोसिएशन के महासचिव इंजीनियर अजय पाल सिंह अटवाल ने बताया कि पंजाब सरकार पीएसपीसीएल की जमीनें बच रही है। बाकायदा सरकार ने इसकी प्रक्रिया शुरू भी कर दी है। पीएसपीसीएल मैनेजमेंट भी सरकार की हां में हां मिला रही है। उन्होंने कहा कि इंजीनियर्स एसोसिएशन सरकार के इस फैसला का विरोध कर रही है। नए थर्मल प्लांट प्राइवेट सेक्टर को देने का विरोध इंजीनियर अजयपाल सिंह ने बताया कि पंजाब सरकार रोपड़ में 800 मेगावाट के दो नए थर्मल प्लांट लगाने जा रही है। सरकार इन प्लांटों को खुद बनवाने के बजाय प्राइवेट सेक्टर को देना चाहती है। सरकार का तर्क है कि पीएसपीसीएल इन प्लांटों को नहीं चला सकता है। उन्होंने बताया कि सरकार के इस फैसले का भी एसोसिएशन विरोध कर रही है। इंजीनियर्स को परेशान कर रही है सरकार इंजीनियर्स एसोसिएशन के महासचिव अजयपाल अटवाल ने कहा कि सरकार ने मैनेजमेंट के जरिए इंजीनियर्स को परेशान करना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि मनमाने तरीके से रोपड़ के चीफ इंजीनियर हरीश शर्मा को सस्पैंड किया गया। इसके अलावा इंजीनियर हरजीत सिंह को डायरेक्ट के पद से हटा दिया गया। जबकि कई चीफ इंजीनियरों के ट्रांसफर कर दिए। सरकार मैनेजमेंट के जरिए इस तरह के काम करके इंजीनियर्स को डराना चाहती है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि सरकार व मैनेजमेंट जो भी करे पीएसपीसीएल की जमीनें बेचने और थर्मल प्लांट प्राइवेट कंपनियों को देने का विरोध जारी रहेगा। इंजीनियर्स एसोसिएशन को तोड़ने की कोशिश उन्होंने बताया कि सरकार अब कुछ इंजीनियरों को लालच देकर नया गुट खड़ा कर रही है और इंजीनियर्स एसोसिएशन को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन ऐसा नहीं होने देगी। उन्होंने बताया कि पीएसपीसीएल के चेयरमैन ने दूसरे गुट को बाकायदा मीटिंग के लिए बुलाया। जब उन्होंने विरोध किया तो अब एसोसिएशन की इलेक्टेड बॉडी आज चेयरमैन के साथ बैठक करेगी। उन्होंने साफ कर दिया कि अफसरों की हड़ताल को सरकार इस तरह से कुचल नहीं सकती। अगर जरूरत पड़ी तो संघर्ष और तेज करेंगे।



