लुधियाना में चौकी इंचार्ज के खिलाफ शिकायत:उसी चौकी के हेड कांस्टेबल को सौंपी जांच, पीड़ित बोला-इनक्वायरी पर भरोसा नहीं

पंजाब के लुधियाना में पुलिस जांच की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं। एक असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) के खिलाफ शिकायत की जांच उसी थाने के हेड कॉन्स्टेबल को सौंप दी गई है। जहां आरोपी ASI खुद इंचार्ज है। यह विवाद जगसीर सिंह नाम के एक व्यक्ति की शिकायत से जुड़ा है। 9 महीने तक फाइलों में अटकी रही शिकायत मुल्लांपुर दाखा के रहने वाले जगसीर सिंह ने पुलिस पोस्ट जगतपुरी के ASI सुखविंदर सिंह पर दुर्व्यवहार और गाली-गलौज का आरोप लगाया है। चिंता की बात यह है कि शिकायत इस साल अप्रैल में दर्ज कराई गई थी, लेकिन कथित तौर पर नौ महीने तक फाइलों में अटकी रही और लुधियाना और पटियाला पुलिस इकाइयों के बीच घूमती रही। जगसीर सिंह के अनुसार यह घटना 9 अप्रैल को हुई जब वे एक परिचित के साथ पुलिस पोस्ट जगतपुरी गए थे, जिसे पुलिस ने जांच के लिए बुलाया था। उन्होंने कहा कि ASI सुखविंदर सिंह ने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया और अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया। मुझे बहुत दुख हुआ और मैंने उच्च अधिकारियों से संपर्क करने का फैसला किया। मुख्यमंत्री के शिकायत पोर्टल के माध्यम से औपचारिक शिकायत दर्ज कराई 12 अप्रैल को जगसीर सिंह ने पुलिस कमिश्नर, DGP और मुख्यमंत्री के शिकायत पोर्टल के माध्यम से औपचारिक शिकायत दर्ज कराई। हालांकि, उन्हें बाद में यह जानकर हैरानी हुई कि शिकायत शुरू में SP पटियाला को भेजी गई थी, जबकि इस मामले का उस जिले से कोई संबंध नहीं था। 21 अप्रैल को ही शिकायत ACP वेस्ट लुधियाना को भेजी गई। जगसीर ने आरोप लगाया कि मेरा बयान दर्ज करने के बजाय अधिकारियों ने महीनों तक शिकायत को लुधियाना और पटियाला के बीच घुमाया। आखिरकार, 20 दिसंबर को शिकायत पुलिस पोस्ट जगतपुरी में पहुंची-वही पोस्ट जहां आरोपी ASI इंचार्ज है। ASI के अधीन काम करते हेड कॉन्स्टेबल को सौंपी जांच स्थिति तब और गंभीर हो गई जब जांच ASI सुखविंदर सिंह के अधीन काम करने वाले एक हेड कॉन्स्टेबल को सौंप दी गई। जगसीर सिंह ने कहा कि उन्हें 26 दिसंबर की शाम को एक समन मिला, जिसमें उन्हें उसी दोपहर पुलिस पोस्ट पर पेश होने के लिए कहा गया था। आपत्ति जताने के बाद एक नया समन जारी किया गया, जिसमें उन्हें फिर से शनिवार को बुलाया गया। हेड कॉन्स्टेबल ने ASI को मिलने के लिए कहा,कैसे करुं इंसाफ की उम्मीद उन्होंने कहा कि जब मैं पुलिस पोस्ट पर पहुंचा, तो मैं यह जानकर दंग रह गया कि एक हेड कॉन्स्टेबल-जो सीधे ASI को रिपोर्ट करता है। उसी को जांच अधिकारी बनाया गया है। हेड कॉन्स्टेबल ने मुझे ASI से मिलने के लिए भी कहा। मैं कैसे न्याय की उम्मीद कर सकता हूं जब जांच आरोपी के एक कनिष्ठ अधीनस्थ (junior subordinate) द्वारा की जा रही है? इन परिस्थितियों में उसने अपना बयान दर्ज करने से इनकार कर दिया और लिखित में दिया कि मुझे ऐसी जांच पर कोई भरोसा नहीं है और मांग की कि जांच एक वरिष्ठ और स्वतंत्र अधिकारी को ट्रांसफर की जाए। ASI सुखविंदर सिंह से उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क नहीं लेकिन उनसे बातचीत नहीं हो पाई।