लुधियाना के मैरिज पैलेस में फायरिंग का मामला:6 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली,मुख्यारोपी शुभम फरार,नेपाल बार्ड पर अलर्ट
- Admin Admin
- Dec 06, 2025
पंजाब के लुधियाना में पक्खोवाल रोड स्थित 6 दिन पहले बाठ कैसल में एक शादी समारोह में दो गैंग के बीच गोलीबारी हो गई। फायरिंग में एक व्यक्ति और एक महिला की मौत हो गई। इस शादी समारोह में कई वीआईपी नेता और पुलिस अधिकारी भी शामिल थे। शादी समारोह में 30 से अधिक गोलियां चली है। वासु और नीरू नाम के दो लोगों की गोली लगने से मौत हुई है। लोगों ने बच्चों सहित टेबलों के नीचे छिपकर अपनी जान बचाई। मैरिज पैलेस में सुबह तक सामान बिखरा मिला। इस केस में मुख्यारोपी शुभम उर्फ मोटा अभी तक फरार है। 6 दिन पुलिस सिर्फ अलग-अलग जगहों पर छापामारी कर रही है लेकिन शुभम पुलिस के हाथ नहीं आ रहा। इस केस में अभी तक पुलिस के हाथ खाली है। अधिकारियों ने साधी चुप्पी शहर में यह भी चर्चा चली थी कि शायद शुभम पुलिस के आगे सरेंडर कर दे लेकिन अभी तक ऐसी कोई खबर सामने नहीं आई। पुलिस के सीनियर अधिकारियों ने भी इस मामले में अभी चुप्पी साध ली है। शुभम के कई राजनीतिक नेताओं के साथ अच्छे संपर्क है। सूत्रों मुताबिक पता चला है कि पुलिस टीमें अलग-अलग राज्यों में शुभम की तलाश में है। नेपाल बार्डर तक पंजाब पुलिस ने शुभम को लेकर अलर्ट किया हुआ है। उधर, दूसरे गुट के अंकुर, रुबल व अन्य युवकों को पुलिस ने पकड़ा हुआ है लेकिन अभी आधिकारिक रूप से किसी अधिकारी ने पुष्टी नहीं की है। पुलिस ने शुभम के माता-पिता पर भी पनाह देने का केस दर्ज किया हुआ है। सोशल मीडिया खंगाल रही पुलिस टीमें फिलहाल पुलिस अभी शुभम के करीबियों की लिस्ट बना रही है। सोशल मीडिया खाते भी पुलिस खंगाल रही है। जिन लोगों के साथ शुभम की तस्वीरें और नजदीकियां है उन पर भी पुलिस की नजर है। सूत्रों मुताबिक बीते दिन भी सब्जी मंडी से 2 युवकों को पूछताछ के लिए पुलिस ने राउंडअप किया है। बता दें शुभम अरोड़ा पर इस केस के बाद अब 16 पर्चे दर्ज हो चुके है। वर्चस्व की दुश्मनी बनी फायरिंग का बड़ा कारण यह घातक झड़प शुभम अरोड़ा उर्फ मोटा और अंकुर गैंग के बीच लंबे समय से चल रही दुश्मनी का नतीजा थी। जो पिछले दो वर्षों से सुलग रही थी। 16-17 मार्च, 2024 की मध्यरात्रि को सुभानी बिल्डिंग चौक के पास हुई गोलीबारी में पहले भी तनाव बढ़ गया था, जिसमें शुभम मोटा और उसका सहयोगी नदीम घायल हो गए थे। इसके बाद दोनों गैंगों को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन अंकुर को 15 जून, 2024 को जमानत पर रिहा कर दिया गया था।



