कांग्रेस नेता इंदी की गिरफ्तारी पर भड़की ममता आशु:बोली-काम नहीं करते निगम अधिकारी,झूठे मामले में फंसाया, अब संघर्ष करेंगे शुरू

पंजाब के लुधियाना में आज पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु की पत्नी और पूर्व पार्षद ममता आशु जमकर निगम प्रशासन और कैबिनेट मंत्री पर भड़की। दरअसल, कांग्रेस नेता इंद्रजीत सिंह इंदी को पुलिस ने बीते दिन गिरफ्तार कर लिया था। उन पर लुधियाना नगर निगम के बागवानी विभाग के एक कर्मचारी पर हमला करने का आरोप है। इंदी ने किसी से नहीं की मारपीट-ममता इंदी वार्ड नंबर 61 से कांग्रेस पार्षद परमिंदर कौर के पति हैं। ममता आशु ने कहा कि इंदी पर जो मामला दर्ज किया है उसमें इरादा हत्या की धारा लगाई गई है। जबकि इंदी ने किसी से ना तो मारपीट की और ना ही उसे पास कोई हथियार था। ममता ने कहा कि इंदी के वार्ड में गुरुद्वारा साहिब के सामने बनी पार्क में कुछ पेड़ों की टहनियां बहुत ज्यादा बढ़ गई थी। इस कारण उसने कई बार बागबानी के अधिकारियों को पेड़ों की सही से सफाई के लिए कहा था। लेकिन कोई अधिकारी उसका सुनवाई नहीं कर रहा था। इंदी से वह बहाना करते थे कि बिजली बंद करवाओ फिर काम करेंगे। 4 घंटे की महौलत लेकर इंदी ने बिजली बंद करवाई। इतने में किसी अन्य आप पार्षद ने बागबानी अधिकारियों से कहकर 8 कर्मचारी अपने वार्ड के लिए मांग लिए। इंदी के वार्ड में काम छोड़ कर जब वह कर्मचारी जाने लगे तो इंदी उन्हें गुस्सा जरूर हुआ। लेकिन उसने किसी से मारपीट नहीं की। उसे इस केस में झूंठा फंसाया गया है। जिस अधिकारी ने शिकायत दी है उसने FIR में लिखवाया है कि इंदी कार से आया और मारपीट करके निगम कर्मी को बाइक पर ले गया। ममता ने कहा कि जो मामला दर्ज करवाने वाले को खुद पता नहीं है कि इंदी कार पर आया था या बाइक पर। अब आने वाले दिनों में मंत्री और निगम प्रशासन के खिलाफ कांग्रेस संघर्ष करेगी। किसी तरह की धक्केशाही नहीं होने देंगे। बता दें कि इंदी पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 109, 132, 218, 221, 222, 224, 351 (3) और 62 के तहत दर्ज किया गया है। ये है पूरा मामला शिकायत के अनुसार, बागवानी विभाग ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया कि रोज गार्डन सर्कल के प्रभारी अजय कुमार पर ड्यूटी के दौरान हमला किया गया है। एफआईआर के अनुसार, अजय कुमार रोज गार्डन के पास मौजूद थे, तभी इंदी अपनी कार में आए और कथित तौर पर उन्हें गाली देना शुरू कर दिया। जब अजय ने आपत्ति जताई, तो इंदी ने कथित तौर पर उन पर हमला कर दिया। मौके पर मौजूद जूनियर इंजीनियर किरपाल सिंह ने हस्तक्षेप किया और अजय को बचाया। शिकायत में आगे कहा गया है कि इंदी के निजी सहायक संदीप बाद में लवप्रीत नामक एक कर्मचारी को, जो पेड़ की छंटाई में लगा हुआ था उसे अपनी मोटरसाइकिल पर ले गए। अजय कुमार ने यह भी आरोप लगाया है कि इंदी ने उन्हें अपने आधिकारिक कर्तव्यों का निर्वहन करने से रोका।