PPCB के अफसर नहीं मानते NGT के आदेश::अफसरों को जगाने के लिए पटियाला में होगा काला पानी मोर्चा का मार्च
- Admin Admin
- Dec 03, 2025
पंजाब पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड (PPCB) के अफसर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के आदेश नहीं मानते। लुधियाना के बुड्ढा दरिया में फैले प्रदूषण से सतलुज के प्रवाह क्षेत्र में लोग गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। NGT ने PPCB को प्रदूषण फैलाने वालों पर सख्त दिखाने के आदेश जारी कर दिए हैं। लेकिन PPCB के अफसर कार्रवाई ही नहीं कर रहे। बुड्ढा दरिया को बचाने के लिए बनाया गया काला पानी मोर्चा कई बार अफसरों के खिलाफ प्रदर्शन कर चुका है। आज काला पानी मोर्चा से जुड़े स्वयं सेवी संगठनों के लोग पटियाला में गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब से PPCB हेडक्वार्टर तक मार्च निकालेंगे और अफसरों को NGT के ऑर्डरों की कॉपी थमाएंगे। बुड्ढा दरिया में गिर रहे प्रदूषित पानी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा मोर्चा काले पानी का मोर्चा एक साल से लुधियाना में बुड्ढा दरिया में गिर रहे प्रदूषित पानी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। NGT के साफ निर्देशों के बावजूद डाइंग इकाइयों के तीनों CETP के अवैध आउटलेट बंद नहीं किए गए। अब इन आदेशों को लागू करवाने के लिए मोर्चा पटियाला में बड़ा मार्च निकाल रहा है। एक साल लंबी लड़ाई, आदेश आए पर लागू नहीं हुए मोर्चे के सदस्य कपिल कुमार अरोड़ा व जसकीरत सिंह ने बताया कि बुड्ढा दरिया में गिर रहे प्रदूषित पानी के खिलाफ एक साल से NGT में लड़ाई लड़ी। NGT से आदेश जारी हुई लेकिन पीपीसीबी के अधिकारियों ने एनजीटी के आदेशों की पालना नहीं की और प्रदूषित पानी को दरिया में गिरने से नहीं रोका। अब तक ये आदेश जारी हुए अगस्त 2024: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने इन गैरकानूनी आउटलेट को बंद करने के आदेश दिए। सितंबर 2024: पंजाब प्रदूषण बोर्ड ने भी यही आदेश दोहराए। नवंबर 2024: एनजीटी ने दोनों बोर्डों के आदेशों को सही मानते हुए इन्हें तुरंत लागू करने को कहा। 9 दिसंबर 2024: एनजीटी ने सभी निर्देश विस्तार से दोबारा समझाते हुए स्पष्ट कर दिया कि तीनों CETP नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं और अवैध आउटलेट बंद किए जाने चाहिए। जून 2025: केंद्र सरकार की रिपोर्ट में बड़े खुलासे कपिल अरोड़ा ने बताया कि जून 2025 में केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने एनजीटी में एक विस्तृत रिपोर्ट दाखिल की। इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि लुधियाना के तीनों CETP शर्तों का गंभीर उल्लंघन कर रहे हैं। रोजाना करोड़ों लीटर बिना ट्रीट किया पानी बुड्ढा दरिया में डाल रहे हैं जो कि बाद में सतलुज में जाता है। क्यों जरूरी है यह मार्च मोर्चा के सदस्य कुलदीप खैहरा का कहना है कि पंजाब का पानी ज़हरीला हो रहा है। लाखों लोगों की सेहत पर खतरा है। इस पानी को मालवा के अलावा राजस्थान के कई जिलों में पीने के लिए प्रयोग किया जा रहा है। वहां पर भी लोगों को गंभीर बीमारियां हो रही हैं।



