पंजाब में इस साल रेलवे बजट 24 गुना बढ़ा:कई परियोजनाओं को मंजूरी मिली, वंदे भारत से मालवा को मिलेगी रफ्तार

पंजाब में रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है। साल 2025 में राज्य के लिए कई महत्वाकांक्षी रेल परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। साथ ही पंजाब का रेलवे बजट 2025-26 में 24 गुना बढ़ा है। गुरदासपुर–मुकेरियन रेल लिंक परियोजना के लिए अंतिम स्थान सर्वेक्षण (एफएलएस) को स्वीकृति मिल गई है। यह परियोजना उत्तरी पंजाब में यात्री यातायात और माल ढुलाई को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाएगी। इसके साथ ही राजपुरा–मोहाली रेल लाइन को भी मंजूरी दी गई है। लगभग 443 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली यह 18 किलोमीटर लंबी रेल लाइन मालवा क्षेत्र को सीधे चंडीगढ़ से जोड़ेगी और दिल्ली की यात्रा को और अधिक सुगम बनाएगी। फिरोजपुर–पट्टी रेल लिंक परियोजना के लिए रेलवे द्वारा पूरी निधि जमा कर दी गई है। 25.72 किलोमीटर लंबी इस परियोजना पर करीब 764 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसके तहत रेलवे ने उपायुक्त तरनतारन के पास 138 करोड़ रुपए और उपायुक्त फिरोजपुर के पास 56 करोड़ रुपए की राशि जमा कराई है। इस रेल लिंक के पूरा होने से मालवा और माझा क्षेत्रों के बीच सीधा संपर्क स्थापित होगा और फिरोजपुर तथा अमृतसर के बीच यात्रा दूरी में कमी आएगी। इसके अलावा लंबे समय से लंबित कादियान–ब्यास रेल लाइन परियोजना को भी दोबारा शुरू कर दिया गया है। करीब 40 किलोमीटर लंबी इस रेल लाइन के निर्माण कार्य को पुनर्जीवित किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र की रेल कनेक्टिविटी को और मजबूती मिलेगी। यह जानकारी मंत्री रवनीत सिंह ने प्रेस नोट जारी कर दी है। ट्रैक दोहरीकरण और तीसरी लाइन का काम तेज चंडीगढ़ मोरिंडा लुधियाना रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण के लिए अंतिम स्थान सर्वेक्षण पूरा हो चुका है। इससे बढ़ते रेल यातायात को संभालने में मदद मिलेगी। इसी तरह अंबाला से पठानकोट तक तीसरी लाइन के लिए भी सर्वेक्षण किया जा चुका है, जो मुख्य लाइन के साथ संपर्क मजबूत करेगी। वंदे भारत से मालवा को मिलेगी रफ्तार मालवा क्षेत्र से होकर वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ किया जाएगा। बरनाला में नया पड़ाव जोड़ने के बाद फिरोजपुर को मालवा क्षेत्र के प्रमुख शहरों से होते हुए दिल्ली से जोड़ा जाएगा। इससे यात्रा में लगने वाला समय काफी कम होगा। शहीदी जोर मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सरहिंद जंक्शन पर 12 ट्रेनों के लिए 25 से 27 दिसंबर तक अस्थायी ठहराव की घोषणा की गई है। 462 करोड़ से बदलेगा चंडीगढ़ स्टेशन का चेहरा रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के साथ मंत्री बिट्टू ने चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पुनर्निर्माण परियोजना की समीक्षा की। 462 करोड़ रुपए की लागत से चंडीगढ़ स्टेशन को आधुनिक ट्रांजिट हब में तब्दील किया जाएगा। यहां यात्रियों के लिए उन्नत सुविधाएं उपलब्ध होंगी। पंजाब के सभी 30 स्टेशनों पर विकास कार्य शुरू किया जा चुका है। सड़क सुरक्षा के लिए आरओबी और आरयूबी 51 ऐसे स्थानों की पहचान की गई है, जहां रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) और रेलवे अंडर ब्रिज (आरयूबी) बनाए जा सकते हैं। इनमें से 25 को मंजूरी मिल चुकी है, जबकि 21 अन्य स्थानों पर काम विभिन्न चरणों में है। लंबे समय से लंबित दोराहा आरओबी के लिए निविदा जारी कर दी गई है। पंजाब का रेलवे बजट 24 गुना बढ़ा पंजाब के लिए रेलवे का बजट आवंटन पिछले एक दशक में आश्चर्यजनक रूप से बढ़ा है। वर्ष 2009-14 के दौरान औसत आवंटन 225 करोड़ रुपए सालाना था, जो 2023-24 में बढ़कर 4762 करोड़ रुपए (21 गुना) हो गया। वर्ष 2024-25 में यह 5147 करोड़ रुपए (23 गुना) और 2025-26 के लिए 5421 करोड़ रुपए (24 गुना से अधिक) का प्रावधान किया गया है। यह आवंटन अवसंरचना और सुरक्षा कार्यों के लिए है जो पंजाब में रेलवे के तेज विकास को दर्शाता है।​​