हिसार : पानी व नहर की तत्काल सफाई की मांग पर किसानों ने दिया धरना

धरने की सूचना पर एसडीओ ने मौके पर पहुंचकर की बातचीत

हिसार, 28 नवंबर (हि.स.)। जिले के चिकनवास-दुर्जनपुर क्षेत्र के किसानों ने

नहर में पानी की पूर्ण आपूर्ति और तत्काल सफाई की मांग पर नहर टेल पर सांकेतिक धरना

दिया। किसानों का आरोप है कि बुवाई के महत्वपूर्ण समय पर नहर में पर्याप्त पानी न मिलने

से सरसों की सिंचाई अधूरी रह गई है। इससे गेहूं की बुवाई भी गंभीर रूप से प्रभावित

हो रही है, जिससे उन्हें भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।

धरने का नेतृत्व कर रहे किसान नेता समुद्र नंबरदार ने नहर विभाग पर लापरवाही

का आरोप लगाया। उन्होंने शुक्रवार को धरने के दौरान कहा कि टेल एरिया के खेत सूखे पड़े

हैं और सरकार की उदासीनता किसानों को बर्बादी की ओर धकेल रही है। किसानों ने मांग की

कि नहर की पूरी लंबाई की सफाई कर सिल्ट हटाई जाए और निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार

टेल तक पानी की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।

धरने की सूचना मिलने पर नहर विभाग के एसडीओ अजय सियाग अपनी टीम के साथ मौके

पर पहुंचे। उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि नहर की सफाई का काम आज से ही शुरू

करवा दिया जाएगा। साथ ही, ऊपर से पानी बढ़वाकर क्षेत्र में पानी की कमी को दूर किया

जाएगा। एसडीओ सियाग ने कहा कि किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध कराना

विभाग की प्राथमिक जिम्मेदारी है और शिकायतों का निपटारा तय समय में किया जाएगा।

पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति के प्रदेश महासचिव संदीप सिवाच ने हुए

कहा कि यदि किसान एकजुट नहीं हुए तो नहरों, मुआवजे और फसल सुरक्षा जैसे मुद्दों पर

उनकी आवाज दबा दी जाएगी। संदीप सिवाच ने जोर दिया कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था किसानों

की मेहनत पर टिकी है, इसलिए सरकार को किसान-विरोधी नीतियां छोड़कर सिंचाई व्यवस्था

दुरुस्त करने के लिए तत्काल ठोस कदम उठाने चाहिए। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि तय

समय में नहर की मरम्मत, सफाई और पर्याप्त पानी के प्रवाह की गारंटी नहीं दी गई, तो

वे आंदोलन को तेज करेंगे। इसमें ब्लॉकेड और बड़े प्रदर्शन जैसे कदम उठाए जा सकते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर