पिनाका लॉन्ग रेंज गाइडेड रॉकेट ने पहले फ्लाइट टेस्ट में लक्ष्य पर साधा सटीक निशाना

- पाकिस्तान और चीन के पास से मुकाबला करने को भारत 'रॉकेट फोर्स' बनाने की तैयारी में

नई दिल्ली, 30 दिसंबर (हि.स.)। भारत ने पिनाका लॉन्ग रेंज गाइडेड रॉकेट का पहला फ्लाइट टेस्ट करके इतिहास रच दिया है। ओडिशा के तट पर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से किये गए परीक्षण में पिनाका रॉकेट ने एकदम सटीक तरीके से 120 किमी. की रेंज हासिल करते हुए लक्ष्य पर निशाना साधा। चीन को सटीक जवाब देने के लिए भारत भी अपनी 'रॉकेट फोर्स' बना रहा है। इसका उद्देश्य भारत की मध्यम दूरी की मारक क्षमता को मजबूत करना है, जो पहले से ही पड़ोसी देशों पाकिस्तान और चीन के पास है।

लंबी दूरी के गाइडेड रॉकेट (एलआरजीआर 120) का पहला उड़ान परीक्षण चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज में किया गया। इस रॉकेट का परीक्षण उसकी 120 किलोमीटर की अधिकतम सीमा के लिए किया गया, जिसमें इसने योजना के अनुसार उड़ान के दौरान सभी युद्धाभ्यासों का प्रदर्शन किया। एलआरजीआर ने 'टेक्स्टबुक प्रिसिजन' के साथ अपने लक्ष्य पर प्रहार किया। परीक्षण के दौरान तैनात किए गए सभी रेंज उपकरणों ने रॉकेट के पूरे ट्रैजेक्टरी पर नजर रखी। इस रॉकेट को आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट ने हाई एनर्जी मैटेरियल्स रिसर्च लेबोरेटरी के सहयोग और डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट लेबोरेटरी व रिसर्च सेंटर इमारत के सहयोग से डिजाइन किया गया है।

उड़ान परीक्षण का समन्वय आईटीआर और प्रूफ एंड एक्सपेरिमेंटल एस्टेब्लिशमेंट ने किया था। एलआरजीआर को सेवा में मौजूद पिनाका लॉन्चर से लॉन्च किया गया, जो इसकी बहुमुखी प्रतिभा को प्रदर्शित करता है और एक ही लॉन्चर से विभिन्न रेंज के पिनाका वेरिएंट लॉन्च करने की क्षमता प्रदान करता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस उपलब्धि पर डीआरडीओ को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि लंबी दूरी के गाइडेड रॉकेटों का सफल परीक्षण सशस्त्र बलों की क्षमताओं को बढ़ाएगा और इसे उन्होंने 'गेम चेंजर' करार दिया। डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने परीक्षण का अवलोकन किया और मिशन के उद्देश्यों को पूरा करने के लिए सभी टीमों को बधाई दी।

चीन को सटीक जवाब देने के लिए भारत भी अपनी 'रॉकेट फोर्स' बना रहा है। भारत अपनी रॉकेट फोर्स में 1,500 किलोमीटर तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइलों को शामिल करने पर विचार कर रहा है। भारत को अब एक शक्तिशाली रॉकेट फोर्स की जरूरत है, जिसके लिए गाइडेड पिनाका रॉकेट के सभी 12 परीक्षण पूरे होने के बाद भारत पहले ही 44 सेकंड में 60 किमी. दूर तक सात टन तक विस्फोटक से हमला करने में सक्षम हो गया है। अब पिनाका लॉन्ग रेंज गाइडेड रॉकेट का पहला फ्लाइट टेस्ट करके नई उपलब्धि हासिल की गई है। रॉकेट फोर्स बनाने का उद्देश्य भारत की मध्यम दूरी की मारक क्षमता को मजबूत करना है, जो पहले से ही पड़ोसी देशों पाकिस्तान और चीन के पास है।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीत निगम