मुख्यमंत्री ने संसद सत्र के दौरान चौधरी मोहम्मद रमजान के जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिलाने का मुद्दा उठाने का किया स्वागत

मनमाने ट्रांसफर और बुलडोजर का इस्तेमाल केंद्र शासित प्रदेश में चुनी हुई सरकार को बदनाम करने की साजिश का हिस्सा है-मुख्यमंत्री


श्रीनगर, 01 दिसंबर । मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता चौधरी मोहम्मद रमजान के राज्यसभा में दिए गए दखल का स्वागत किया जहां संसद सत्र के पहले दिन उन्होंने जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिलाने का मुद्दा उठाया।

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि रमजान ने ऊपरी सदन में सबसे पहले मिले मौके का इस्तेमाल केंद्र सरकार को जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिलाने के उसके वादे की याद दिलाने के लिए किया। उन्होंने इस कदम को समय पर उठाया गया और अहम बताया जिससे पार्टी के इस मुद्दे को संसद में ज़िंदा रखने के इरादे का संकेत मिलता है।

पोस्ट में रमजान के हवाले से कहा गया है कि जम्मू और कश्मीर में चुनी हुई सरकार के पास कोई पावर नहीं बची है और असली अधिकार उपराज्यपाल के पास ही हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने एक बयान भी पोस्ट किया जिसमें कहा गया कि जम्मू-कश्मीर सरकार बेअसर हो गई है और सभी बड़े प्रशासनिक अधिकार उपराज्यपाल के पास हैं।