मुख्य सचिव ने केयू, जेयू, संगीत और ललित कला के संस्थान के मॉडर्नाइजेशन पर जोर दिया

जम्मू, 02 दिसंबर (हि.स.)। मुख्य सचिव अटल डुल्लू ने आज कश्मीर विश्वविद्यालय और जम्मू विश्वविद्यालय से संबद्ध संगीत और ललित कला संस्थान के लिए चल रहे विस्तार और बढ़ाने की योजना की समीक्षा करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की।

बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव उच्च शिक्षा विभाग; दोनों यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर; जम्मू के डिविजनल कमिश्नर और दूसरे वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

मुख्य सचिव ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं के कलात्मक और संगीत प्रतिभा को निखारने में इन इंस्टीट्यूट्स की अहम भूमिका पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि दोनों इंस्टीट्यूट्स को मॉडर्न तरीके से मज़बूत इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ विकसित किया जाना चाहिए ताकि नामांकित छात्रों के लिए एक अच्छा एकेडमिक माहौल पक्का हो सके।

लंबे समय के विज़न की बात करते हुए मुख्य सचिव ने वाइस चांसलर को दोनों इंस्टीट्यूट्स के स्थाई कैंपस बनाने और भविष्य में उन्हें बढ़ाने के लिए डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने मौजूदा बैचलर-लेवल प्रोग्राम्स का रिव्यू किया और यूनिवर्सिटीज़ को संगीत और ललित कला के क्षेत्र में उभरती ज़रूरतों के हिसाब से पोस्टग्रेजुएट प्रोग्राम्स समेत और कोर्स शुरू करने की सलाह दी।

शैक्षणिक उत्कृष्टता के महत्व पर ज़ोर देते हुए चीफ सेक्रेटरी ने यूनिवर्सिटीज़ से यूजीसी के नियमों के अनुसार ज़रूरी फैकल्टी अपग्रेडेशन करने और यह पक्का करने को कहा कि इन इंस्टिट्यूट को उनके एडमिनिस्ट्रेशन के तहत दूसरे डिपार्टमेंट्स की तरह ही सपोर्ट, ध्यान और इंस्टीट्यूशनल ग्रूमिंग मिले।

वाइस चांसलर्स ने मुख्य सचिव को मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर, चल रहे कोर्स और स्टूडेंट इनटेक कैपेसिटी की मौजूदा स्थिति के बारे में बताया। उन्होंने कुछ दिक्कतों पर भी ज़ोर दिया, खासकर इंडिपेंडेंट कैंपस बनाने के लिए सही ज़मीन न मिलने से जुड़ी।

इस रुकावट को दूर करने के लिए मुख्य सचिव ने संबंधित डिविजनल कमिश्नरों को निर्देश दिया कि वे यूनिवर्सिटीज़ को जल्द से जल्द सही ज़मीन के टुकड़े पहचानने और ट्रांसफर करने में पूरी मदद करें ताकि दोनों इंस्टिट्यूट के लिए समय पर स्थाई कैंपस बनाए जा सकें।

हिन्दुस्थान समाचार / सुमन लता