चंडीगढ़ में ज्वैलरी शॉप-स्टोर मैनेजर से पौने दो लाख ठगे:अमेरिकन एक्सप्रेस कार्ड डिपार्टमेंट का कर्मचारी बताया, SBI का क्रेडिट कार्ड अपग्रेड करने को कहा

चंडीगढ़ में एसबीआई क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर चंडीगढ़ में ज्वैलरी स्टोर में मैनेजर पंकज पौने दो लाख रुपए की साइबर ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने खुद को अमेरिकन एक्सप्रेस कार्ड डिपार्टमेंट का कर्मचारी बताकर जाल बिछाया और पीड़ित का मोबाइल हैक कर खाते से ₹1,73,000 उड़ा लिए। पीड़ित की शिकायत पर चंडीगढ़ साइबर सेल थाना सेक्टर-17 में मामला दर्ज कर लिया गया है। शिकायतकर्ता पंकज कुमार मनीमाजरा स्थित एक ज्वैलरी स्टोर में मैनेजर के तौर पर काम करता है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान कॉल, लिंक या मैसेज पर भरोसा न करें और बैंक या क्रेडिट कार्ड से जुड़ी कोई भी जानकारी साझा करने से बचें। 4.50 लाख लिमिट बढाने का दिया लालच साइबर सेल को दी शिकायत में पंकज कुमार ने बताया कि 28 अक्टूबर 2025 को उनके पास एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाली युवती ने अपना नाम सिमरन शर्मा बताया और कहा कि वह अमेरिकन एक्सप्रेस कार्ड डिपार्टमेंट से बोल रही है। उसने कहा कि पंकज का एसबीआई क्रेडिट कार्ड अपग्रेड होना है और यदि वह अपने कार्ड की लिमिट 4.50 लाख रुपए करना चाहते हैं तो इसके लिए ₹170 का भुगतान करना होगा। इसके बाद सिमरन शर्मा ने पंकज के मोबाइल फोन पर एक लिंक भेजा और कहा कि लिंक खोलकर ₹170 का भुगतान कर दें। पंकज ने लिंक खोलकर बताए गए अनुसार पेमेंट कर दिया। दूसरी बार फिर से आई कॉल शिकायत के अनुसार, 4 नवंबर को एक बार फिर सिमरन शर्मा की कॉल आई। उसने कहा कि अगर कार्ड लिमिट 4.30 लाख से भी ज्यादा बढ़ानी है तो दोबारा ₹170 का भुगतान करना होगा और इसके लिए नया लिंक भेजा जा रहा है। जैसे ही पंकज ने दूसरी बार भेजा गया लिंक ओपन किया, उनका मोबाइल फोन हैक हो गया। फोन का कोई भी फंक्शन काम नहीं कर रहा था और काफी देर तक मोबाइल पूरी तरह बंद जैसा हो गया। कुछ समय बाद पंकज के मोबाइल पर बैंक से मैसेज आया, जिसमें पता चला कि उनके खाते से ₹1,73,000 की राशि कट चुकी है। इसके बाद पंकज ने तुरंत इसकी शिकायत चंडीगढ़ साइबर सेल थाना सेक्टर-17 में दर्ज करवाई। इन धाराओं में एफआईआर दर्ज साइबर सेल पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 319(2), 318(4), 336(3), 338, 340(2) और 61(2) के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच की जा रही है और ठगों तक पहुंचने के प्रयास किए जा रहे हैं।