चंडीगढ़ में SBI के रिटायर्ड अधिकारी से 1.30 करोड़ ठगे:खुद को बैंक का CEO,फर्जी निवेश स्कीम में फंसाया,मुनाफा न आने पर हुआ शक

चंडीगढ़ में साइबर ठगों ने खुद को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और सेबी से मंजूर निवेश योजना बताकर SBI के एक रिटायर्ड अधिकारी को झांसे में लिया और उनसे 1 करोड़ 30 लाख 50 हजार रुपए ठग लिए। सेक्टर-38/बी निवासी विकास कौशल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनके पिता विजय कुमार, जो स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से रिटायर्ड अधिकारी हैं, साइबर फ्रॉड का शिकार हो गए। विकास के अनुसार, अगस्त 2025 में उनके पिता के मोबाइल फोन पर एक वॉट्सऐप मैसेज आया था। यह मैसेज एक महिला ने भेजा था, जिसने अपना नाम तुलना हिना बताया। मैसेज में लिखा था कि वह एक “इन्वेस्टमेंट प्लान” जॉइन करें, जिसे एसबीआई सिक्योरिटी अप्रूव्ड स्कीम और एसबीआई व सेबी से अप्रूव्ड बताया गया था। खुद को बताया SBI का CEO शिकायत में बताया कि तुलना हिना ने कहा कि वह उनकी बात SBI के CEO सुरेश शुक्ला से करवा रही है। थोड़ी देर बाद एक व्यक्ति ने कॉल कर खुद को SBI का CEO बताते हुए कहा कि यह स्कीम पूरी तरह सुरक्षित है और इसमें रोजाना 10 से 20 प्रतिशत तक मुनाफा मिलता है। ठग ने यह भी दावा किया कि बड़ी संख्या में लोग इस स्कीम से जुड़े हुए हैं और निवेश करने पर अच्छा रिटर्न मिलेगा। इन बातों में आकर विजय कुमार ने पहले 30 हजार रुपए निवेश किए। कुछ समय बाद ठगों ने बताया कि उनका प्रॉफिट जमा हो रहा है और सारी रकम व मुनाफा एक साथ बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। इसी झांसे में आकर विजय कुमार ने अलग-अलग किस्तों में कुल 1 करोड़ 30 लाख 50 हजार रुपए निवेश कर दिए। मुनाफा न आने पर हुआ शक जब लंबे समय तक न तो मुनाफा मिला और न ही रकम वापस आई, तो विजय कुमार को ठगी का शक हुआ। उन्होंने इसकी जानकारी अपने बेटे विकास को दी। इसके बाद दोनों SBI बैंक पहुंचे, जहां बैंक अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि SBI की ओर से ऐसी कोई भी निवेश स्कीम नहीं चलाई जा रही है। इसके बाद मामले की शिकायत साइबर क्राइम पुलिस को दी गई। इन धाराओं में एफआईआर दर्ज पुलिस ने विकास कौशल की शिकायत पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ पुलिस स्टेशन साइबर सेल सेक्टर-17, चंडीगढ़ में BNS की धारा 318(4), 319(2), 336(3), 338, 340(2) और 61(2) के तहत एफआईआर दर्ज की है।