UT प्रशासन ने निकाले 120 ड्राइवरों का प्रदर्शन:डिपो नंबर 2 के गेट पर प्रदर्शन, बाहर नहीं जाने दीं लोकल बसें, कुछ एरिया में प्रभावित होगी सेवा

CTU के अधीन चलने वाली लोकल बसों के निकाले गए ड्राइवरों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। उनकी तरफ से सोमवार सुबह इंडस्ट्रियल एरिया के डिपो नंबर 2 के बाहर प्रदर्शन किया जा रहा है और लोकल रूट पर चलने वाली बसों को डिपो से बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है। इससे आज शहर के कुछ एरिया में लोकल बस सेवा प्रभावित हो सकती है। ड्राइवरों का कहना है कि उन्हें पहले नौकरी पर रखने का वादा किया गया था मगर अब उन्हें जवाब दे दिया गया है। जिससे उनका भविष्य दांव पर लग गया है। ड्राइवर सुबह करीबन 5 बजे ही यहां पर जुटने शुरू हो गए थे और अब सभी की तरफ से नारेबाजी की जा रही है। 85 बसें कंडम होने पर निकाले गए हैं ड्राइवर UT प्रशासन की तरफ से CTU के अधीन चलाईं जा रहीं 85 बसों को बंद कर दिया गया है। इनकी जगह पर नई इलेक्ट्रिक बसें आ रही हैं। पुरानी बसों पर काम करने वाले ड्राइवरों को पहले प्रशासन की तरफ से कहा गया था कि उन्हें नईं बसों या फिर लंबे रूट पर चल रहीं बसों पर एडजस्ट कर दिया जाएगा। एक माह तक इसी तरह निकलने के बाद शनिवार को सभी 120 ड्राइवरों को जवाब दे दिया गया। जिससे वह आक्रोषित हैं। पंद्रह पंद्रह साल से काम कर रहे ड्राइवर हुए बेरोजगार ड्राइवरों की यूनियन के अध्यक्ष बलराज कुमार ने बताया कि लोकल बसों पर नौकरी करने वाले निकाले गए ड्राइवरों 10 से 15 वर्ष पहले से नौकरी कर रहे हैं। उम्र निकल चुकी है और अब उन्हें कहीं भी नौकरी नहीं मिलने वाली है। प्रशासन ने कंडक्टरों को तो लंबे रूट की बसों पर एडजस्ट कर दिया है, मगर उन्हें नौकरी नहीं दी जा रही है। पहले उन्हें आश्वासन दिया गया था कि उन्हें लंबे रूट की बसों पर एडजस्ट करने के साथ साथ नई बसों पर 15-15 दिन की शिफ्ट पर काम दिया जाएगा। मगर अब प्रशासनिक अधिकारी इससे भी मुकर गए हैं।