SAD-BJP गठजोड़ पर सर्वे:सर्वे की वीडियो वायरल, SAD-BJP नेताओं ने किया इनकार
- Admin Admin
- Dec 27, 2025
पंजाब में आने वाले विधान सभा चुनाव को लेकर शिरोमणि अकाली दल (SAD) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच में गठजोड़ की एक वीडियो क्लिप वायरल हो रही है। इसमें दोनों पार्टियों के गठजोड़ के संबंध में और वोटिंग के बारे में भी पूछा जा रहा है। यह एक तरह से सर्वे की वीडियो बताई जा रही है। SAD और BJP के नेताओं ने इस तरह के सर्वे से पूरी तरह से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि इस तरह से सर्वे उनकी पार्टियों की तरफ से नहीं करवाया जा रहा है। अब सवाल यह उठ रहा है कि फिर यह सर्वे करवा कौन रहा है। यह सर्वे तब आया है जब दोनों पार्टियों के गठजोड़ को लेकर चर्चाएं पूरे जोरों पर हैं। कैप्टन अमरिंदर सिंह इसके पक्ष में बयान तक दे चुके हैं और भाजपा की प्रदेश की लीडरशिप इसे लेकर ज्यादा बोलने को तैयार नहीं है और फैसला पार्टी हाईकमान पर छोड़ने की बात कहती है। इसके बीच यह सर्वे पूरी तरह से सुर्खियों में बना हुआ है। हालांकि लोक सभा चुनाव में इसकी संभावना बनी थी और बात भी चली थी मगर सीटों के बंटवारे पर बात नहीं बन पाई और गठजोड़ नहीं हो सका था। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दो प्रमुख सवाल पूछे जा रहे हैं- शिअद- भाजपा का गठजोड़ 1969 से शिरोमणि अकाली दल बादल के साथ भारतीय जनता पार्टी का गठजोड़ 1969 में हुआ था, जब जन संघ ने शिअद को बाहर से समर्थन दिया था। इसके बाद जितने बार भी अकाली दल की सरकार बनी है, वह भाजपा के गठजोड़ से ही बनी है। हाल ही में तीन कृषि कानूनों को लेकर हुए विवाद के दौरान शिअद ने गठजोड़ तोड़ दिया था और केंद्र में मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने इस्तीफा दे दिया था। कैप्टन और जाखड़ गठजोड़ के पक्ष में कैप्टन अमरिंदर सिंह और सुनील जाखड़ शिअद और भाजपा के गठजोड़ के पक्ष में हैं। BJP प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ के भले ही अब सुर बदले हुए हैं मगर वह कई बार इसके पक्ष में बात रख चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तो हालिया समय में ही इसके पक्ष में बयान दिया था और इसके बाद से इसकी चर्चा को और बल मिला है। वह तो सुखबीर सिंह बादल की भी तारीफ कर चुके हैं। कार्यकारी अध्यक्ष समेत भाजपा के कोर नेता पक्ष में नहीं भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष अश्वनी शर्मा समेत भाजपा के कई टकसाली नेता शिअद के साथ गठजोड़ के पक्ष में नहीं हैं, उनका कहना है कि वह अकेले सरकार बनाने के काबिल हैं, मगर गठजोड़ करना है या नहीं यह फैसला केंद्रीय लीडरशिप की तरफ से लिया जाना है। सर्वे का कोई औचित्य ही नहीं- भाजपा भाजपा के नेता विनीत जोशी कहते हैं कि इसके लिए हमें सर्वे की जरूरत ही नहीं है, पिछले चुनावों में मिले मत सर्वे ही तो हैं। इस लिए हमारी पार्टी कोई भी सर्वे नहीं कर रही है। अकाली दल को सर्वे की जरूरत नहीं, शिअदशिरोमणि अकाली दल के नेता वकील अर्शदीप कलेर का कहना है कि इसके लिए सर्वे की कोई जरूरत नहीं है। इस लिए पार्टी ऐसा कोई सर्वे नहीं करवा रही है। यह विरोधी पार्टियों की तरफ से किया जा हरा भ्रामक प्रचार से ज्यादा कुछ नहीं है।



