कोलकाता और दुर्गापुर एयरपोर्ट से कई उड़ानें रद्द, यात्रियों की बढ़ी परेशानी

कोलकाता, 04 दिसम्बर (हि.स.)। पिछले तीन दिनों से लगातार उड़ान सेवाओं में गड़बड़ी के कारण यात्रियों की परेशानी तेजी से बढ़ रही है। सर्दियों के मौसम में यात्रियों की संख्या बढ़ जाती है, लेकिन इसी बीच निजी उड़ान सेवा कंपनी की कई उड़ानें रद्द होने से कोलकाता और दुर्गापुर, दोनों ही एयरपोर्ट पर लोग भारी संकट में पड़ गए हैं।

गुरुवार की सुबह कोलकाता एयरपोर्ट पर सुबह छह बजे से 10 बजे के बीच कुल 11 उड़ानें रद्द कर दी गईं। इसके अलावा आने-जाने वाली 10-10 उड़ानें देर से संचालित हुईं, जिससे यात्रियों की लंबी कतारें और नाराज़गी बढ़ती रही।

दूसरी ओर, दुर्गापुर के काजी नजरूल इस्लाम एयरपोर्ट पर बुधवार को मुंबई जाने वाली उड़ान नहीं उड़ी और गुरुवार को चेन्नई जाने वाली उड़ान रद्द कर दी गई। एयरपोर्ट प्रशासन का दावा है कि बाकी रूटों की उड़ानें चल रही हैं, लेकिन समय से देर हो रही हैं।

एयरपोर्ट के निदेशक कैलाश मंडल ने बताया कि बुधवार को मुंबई की उड़ान रद्द हुई थी और आज चेन्नई की उड़ान रद्द की गई है। बाकी सेवाएं चालू हैं, लेकिन समय से कुछ देर हो रही हैं।” हालांकि उन्होंने निजी उड़ान कंपनी पर कोई टिप्पणी नहीं की और इसके पीछे सर्दियों के मौसम को कारण बताया।

रद्द उड़ानों के कारण यात्रियों में भारी नाराज़गी है। दुर्गापुर एयरपोर्ट पर मौजूद असीम नंदी नाम के एक यात्री ने बताया कि उन्हें उपचार के लिए चेन्नई जाना था, लेकिन सुबह पता चला कि उड़ान रद्द हो गई है। अब यात्रा कैसे होगी, यह बड़ी चिंता का विषय है।

कंपनी की ओर से दिए गए बयान में प्रतिकूल मौसम, तकनीकी दिक्कतें और विमानकर्मियों के संशोधित कार्य समय नियमों को प्रमुख कारण बताया गया है।

हाल ही में जारी नियमों के अनुसार किसी विमानकर्मी को दिन में आठ घंटे, सप्ताह में पैंतीस घंटे, महीने में एक सौ पच्चीस घंटे और वर्ष में अधिकतम एक हजार घंटे ही काम करने की अनुमति है। इस नियम के लागू होने के बाद से कर्मचारियों की कमी बढ़ने लगी है, जिससे उड़ान संचालन प्रभावित हो रहा है।

सवाल यह भी उठ रहा है कि आदेश जारी हुए एक महीना हो चुका है, फिर अचानक दिसम्बर में ही इस तरह की स्थिति क्यों उत्पन्न हुई? इसका स्पष्ट उत्तर अभी तक सामने नहीं आया है। --------------------

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर