बैंकर्स जिले का ऋण जमा अनुपात बढ़ाएं : जिलाधिकारी

फतेहपुर, 2 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में मंगलवार को जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति (डीसीसी) एवं जिला स्तरीय समीक्षा समिति (डीएलआरसी) की बैठक कलेक्ट्रेट महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी रविन्द्र सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इसमें वित्तीय वर्ष 2025–26 के द्वितीय त्रैमास में विगत 30 सितंबर में जिले का ऋण जमानुपात 50.06 रहा है। जिस पर जिलाधिकारी ने बैंकर्स को निर्देश देते हुए कहा कि जनपद का ऋण जमानुपात बढ़ाए।

बैठक में वार्षिक ऋण योजना(2025–26), प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार सृजन योजना, एक जनपद एक उत्पाद, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान, मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना, मुख्यमंत्री माटी कला योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह की प्रगति वित्तीय समावेशन, साक्षरता एवं जागरूकता अभियान प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना की प्रगति, पशुपालन एवं मत्स्य पालन किसान क्रेडिट कार्ड विशेष कैंप की प्रगति, आरसेटी प्रशिक्षण केंद्र के क्रियाकलापों का अनुश्रवण आदि की विस्तृत समीक्षा की।

डीएम ने बैंक अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जिन आवेदकों के ऋण स्वीकृत हो गए हैं, उनको तत्काल वितरित करें। साथ ही जो आवेदन लंबित हैं, उनका नियमानुसार निस्तारण समय से कराया जाए एवं जितने भी आवेदन एक माह से लंबित हैं उनका कारण सहित रिपोर्ट से अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि जिन बैंकों में किसान क्रेडिट कार्ड के तहत ऋण का वितरण कम हुआ है, उनको कैसे बढ़ाया जाए, उसके लिए उप कृषि निदेशक, जिला समन्वयक बैंक ऑफ बड़ौदा, भारती स्टेट बैंक के साथ बैठक कर रिपोर्ट से अवगत कराए। प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम योजना के तहत जिन बैंकों के आवेदन लंबित हैं, उसके साथ जिला उद्यान अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में बैठक कराकर लंबित आवेदनों की प्रगति की रिपोर्ट से अवगत कराएं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जीवन बीमा योजना व प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के दावे जो स्वीकृत हो गए हैं, उनका तत्काल वितरण कराएं और जितने आवेदन लंबित हो, उनका कारण स्पष्ट करें। वित्तीय समावेशन, साक्षरता एवं जागरूकता अभियान से संबंधित एजेंसी जागरूकता अभियान को ग्रामों में होने वाली चौपालों में सम्मिलित किया जाए, साथ ही बैंक की जो तत्काल सेवाएं देने योग्य है, उनको लाभार्थियों को उपलब्ध कराएं।

उन्होंने स्वतः रोजगार, सहायक निदेशक मत्स्य, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि अपने विभाग मे संचालित योजनाओं के पात्र लाभार्थियों को उपलब्ध कराएं। केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित ऋण से सम्बंधित योजनाओं का व्यापक प्रचार- प्रसार किया जाए, ताकि जनपदवासी स्वरोजगार से जुड़कर आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ सके।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना, आरबीआई प्रतिनिधि, एलडीएम गोपाल कृष्णा, उपायुक्त उद्योग चंद्रभान सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, उपायुक्त स्वतः रोजगार, समस्त डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर सहित संबंधित उपस्थित रहे।-------------

हिन्दुस्थान समाचार / देवेन्द्र कुमार