अमित शाह ने आनंदीबेन पटेल की पुस्तक ‘चुनौतियां मुझे पसंद हैं’ के गुजराती संस्करण का विमोचन किया

अहमदाबाद, 07 दिसंबर (हि.स.)। अहमदाबाद में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के जीवन पर आधारित पुस्तक “चुनौतियां मुझे पसंद हैं” के गुजराती संस्करण का विमोचन किया। कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सहित कई विशिष्ट लोग मौजूद थे।

आनंदीबेन का जीवन संघर्ष और प्रेरणा का उदाहरण - अमित शाह

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने अपने संबोधन में कहा कि यह पुस्तक एक साधारण परिवार में जन्मी बेटी की उस यात्रा को दर्शाती है, जो कठिन परिस्थितियों के बीच पढ़ाई करती हुई गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री, सांसद और तीन राज्यों की राज्यपाल बनीं। उन्होंने कहा कि आनंदीबेन का जीवन बताता है कि नेतृत्व पद के लिए नहीं, उद्देश्य के लिए होता है।

छात्रा से लेकर राज्यपाल तक – हर कदम पर संघर्ष

अमित शाह ने बताया कि उस दौर में विज्ञान की पढ़ाई करने वाली वे मेहसाणा जिले के कॉलेज में हॉस्टल की इकलौती लड़की थीं। शिक्षिका, समाजसेविका और फिर राजनीति में आने के बाद भी उन्होंने हर चुनौती का डटकर सामना किया। मुख्यमंत्री रहते और बाद में राज्यपाल के रूप में भी आनंदीबेन पटेल ने शिक्षा, स्वच्छता, प्राकृतिक खेती, टीबी उन्मूलन जैसे कई कार्यों को गति दी।

केंद्रीय मंत्री शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आनंदीबेन के प्रयासों से विश्वविद्यालयों का स्तर बेहतर हुआ और सबसे अधिक एनएएसी ए+ ग्रेड वाले विश्वविद्यालय यूपी में हैं।

नर्मदा परियोजना में भी अहम योगदान-अमित शाह

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि नर्मदा परियोजना को पूरा करने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और आनंदीबेन के बतौर राजस्व मंत्री कुशल भूमि अधिग्रहण की बड़ी भूमिका रही। सबसे कम खर्च में सबसे अधिक भूमि अधिग्रहण का रिकॉर्ड आज भी नर्मदा प्रोजेक्ट के नाम है।

85 वर्ष की उम्र में भी ऊर्जा का अद्भुत स्तर - शाह

केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि आनंदीबेन आज 85 वर्ष की उम्र में भी जिस ऊर्जा और अनुशासन से काम कर रही हैं, वह सभी के लिए प्रेरणादायी है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक जब लोगों तक पहुंचेगी तो यह लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / यजुवेंद्र दुबे