कुर्सी छिनते ही जांच में घिरे हरियाणा के पूर्व DGP:IPS पूरन कुमार सुसाइड केस में SIT ने पूछताछ की; चार्जशीट की तैयारी
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- Dec 20, 2025
हरियाणा के पूर्व DGP शत्रुजीत कपूर की कुर्सी छिनने के साथ ही उनके खिलाफ जांच तेज हो गई है। IPS वाई पूरन कुमार सुसाइड केस की जांच में जुड़ी स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने शत्रुजीत कपूर से पूछताछ की। कपूर पर सुसाइड नोट में दिवंगत आईपीएस ने गंभीर आरोप लगाए हैं। IPS वाई पूरन कुमार सुसाइड केस में चंडीगढ़ पुलिस ने चार्जशीट की तैयारी शुरू कर दी है। जांच में लगी SIT सुसाइड नोट में शामिल रहे हरियाणा के आईएएस और आईपीएस के लगातार बयान दर्ज कर रही है। इसी कड़ी में पूर्व डीजीपी कपूर से भी SIT ने पूछताछ की है। SIT ने अब तक सुसाइड नोट में शामिल कुल 14 आईपीएस और आईएएस अधिकारियों में से 10 के बयान दर्ज किए हैं। 4 अन्य अधिकारियों के बयान दर्ज करने के लिए SIT नोटिस जारी करने की तैयारी कर रही है। 60 लोगों से SIT कर चुकी पूछताछ इस मामले में SIT 60 लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है। इसमें सीनियर पुलिस ऑफिसर, फैमिली मेंबर, करीबी और अन्य गवाह शामिल हैं। अब तक हरियाणा IG शिबाश कविराज, पूर्व DGP पीके अग्रवाल और मनोज यादव, IPS अमिताभ ढिल्लों, IPS संजय कुमार और पूर्व DGP शत्रुजीत कपूर के साथ कई अन्य IAS और IPS अधिकारियों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। अधिकारियों के बयान क्यों जरूरी SIT ने कोर्ट को बताया है कि जांच लंबित होने के कारण अभी तक चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है, लेकिन जल्द ही पुलिस इस मामले की जांच को पूरी कर आरोपपत्र कोर्ट में दाखिल करेगी। एसआईटी घटना स्थल से संबंधित साक्ष्यों, कॉल डिटेल रिकॉर्ड, दस्तावेजों और दिवंगत आईपीएस के अंतिम नोट में दिए गए फैक्ट्स की गहन जांच कर रही है। अंतिम नोट में नामित अधिकारियों के बयान महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं और आगे की कार्रवाई इन्हीं के आधार पर तय की जाएगी। कपूर को DGP पद से हटा चुकी सरकार हरियाणा के सीनियर IPS शत्रुजीत कपूर को प्रदेश सरकार ने DGP पद से हटा दिया है। IPS वाई पूरन कुमार के सुसाइड केस में नाम आने के बाद शत्रुजीत कपूर 2 महीने की लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया था। छुट्टी पूरी होने से एक दिन पहले ही सरकार ने रात को उन्हें इस पद से रिलीव कर दिया। शत्रुजीत कपूर अब हरियाणा पुलिस आवास निगम के चेयरमैन का कार्यभार संभाल रहे हैं। क्यों एक्टिव हुई चंडीगढ़ SIT आईपीएस सुसाइड केस को करीब 70 दिन बीत चुके हैं, लेकिन SIT चार्जशीट दाखिल नहीं कर पाई है। इस घटना को लेकर SIT ने कोर्ट में देरी होने का कारण बताया है। साथ ही बताया है कि सुसाइड नोट में लिखे अफसरों के नाम में से कई अफसरों सहित करीब 60 लोगों के बयान दर्ज कर लिए हैं। इनमें करनाल पुलिस स्टेशन के कई मुलाजिम, डिपार्टमेंट से संबंधित मुलाजिम और कई बाहरी गवाह शामिल हैं। बहुत जल्द SIT कोर्ट में इस केस को लेकर दोबारा से पेश होकर स्टेटस रिपोर्ट फाइल करेगी। IPS ने 7 अक्टूबर को किया सुसाइड 7 अक्टूबर 2025 को IPS पूरन कुमार ने चंडीगढ़ में खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया था। उन्होंने सुसाइड नोट में तत्कालीन DGP शत्रुजीत कपूर, रोहतक के तत्कालीन SP नरेंद्र बिजारणिया समेत अन्य अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद दिवंगत IPS की IAS पत्नी अमनीत पी. कुमार ने चंडीगढ़ पुलिस को शिकायत देकर कहा था कि DGP शत्रुजीत सिंह कपूर ने उनके पति वाई. पूरन कुमार को आत्महत्या के लिए मजबूर किया। अमनीत ने कहा कि उनके पति ने उन्हें बताया था कि DGP शत्रुजीत कपूर के निर्देश पर एक साजिश रची जा रही है और झूठे सबूत गढ़कर उन्हें फंसाया जाएगा। डीजीपी के निर्देश पर उनके पति की मृत्यु से ठीक पहले एक झूठी FIR दर्ज की गई थी। पति ने जाति-आधारित गालियां, पुलिस परिसर में पूजा स्थलों से बहिष्कार, टारगेटेड मानसिक उत्पीड़न और सार्वजनिक अपमान सहा और यह अपमान विशेष रूप से शत्रुजीत सिंह कपूर ने किया।



