हरियाणा सरकार ने शत्रुजीत कपूर को DGP पद से हटाया:IPS पूरन सुसाइड केस में नाम आने से कुर्सी छिनी; पहले छुट्टी पर भेजा था

हरियाणा सरकार ने IPS अफसर शत्रुजीत कपूर को DGP के पद से रिलीव कर दिया है। अब उनके पास केवल हरियाणा पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन के चेयरमैन का चार्ज रहेगा। वहीं, कार्यवाहक DGP ओपी सिंह को अपने मौजूदा कर्तव्यों के अलावा अगले आदेश तक हरियाणा के कार्यवाहक DGP के रूप में नियुक्त किया गया है। 7 अक्टूबर को IPS वाई पूरन कुमार ने चंडीगढ़ में सुसाइड कर लिया था। पूरन कुमार ने सुसाइड नोट में तत्कालीन DGP शत्रुजीत कपूर समेत अन्य अधिकारियों पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे। इसके बाद सरकार ने शत्रुजीत कपूर को 14 अक्टूबर से 2 महीने की लंबी छुट्टी पर भेज दिया था। 13 दिसंबर यानी कल उनकी 2 महीने की छुट्टियां खत्म हो गई थी। शत्रुजीत कपूर को लेकर सरकार के ऑर्डर... 31 दिसंबर को रिटायर हो रहे हैं ओपी सिंह हरियाणा सरकार नए DGP की नियुक्ति को लेकर जल्दी में है, क्योंकि कार्यवाहक DGP ओपी सिंह 31 दिसंबर को रिटायर हो रहे हैं। सरकार द्वारा भेजे गए 5 अधिकारियों के पैनल को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने इस आधार पर लौटा दिया था कि शत्रुजीत कपूर का कार्यकाल अभी पूरा नहीं हुआ है और वे पद पर बने हुए हैं। इसलिए, नई नियुक्ति से पहले उन्हें पद से मुक्त किया जाना आवश्यक था। उम्मीद है कि UPSC 25 दिसंबर तक बैठक करके राज्य सरकार को तीन नामों की सूची भेजेगा। इस बैठक में हरियाणा के दो वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे, जिन्हें मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी नामित करेंगे। इनमें गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा और एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। फिलहाल पद की दौड़ में अजय सिंघल, आलोक मित्तल और ए.एस. चावला के नाम चर्चा में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला मित्तल और सिंघल के बीच माना जा रहा है। पूरन कुमार की पत्नी ने कहा था- कपूर ने आत्महत्या के लिए मजबूर किया 7 अक्टूबर को पूरन कुमार ने चंडीगढ़ में खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया था। उन्होंने सुसाइड नोट में तत्कालीन DGP शत्रुजीत कपूर, रोहतक के तत्कालीन SP नरेंद्र बिजारणिया समेत अन्य अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद दिवंगत IPS की IAS पत्नी अमनीत पी. कुमार ने चंडीगढ़ पुलिस को शिकायत देकर कहा था कि DGP शत्रुजीत सिंह कपूर ने उनके पति वाई. पूरन कुमार को आत्महत्या के लिए मजबूर किया। अमनीत ने कहा कि उनके पति ने उन्हें बताया था कि डीजीपी शत्रुजीत कपूर के निर्देश पर एक साजिश रची जा रही है और झूठे सबूत गढ़कर उन्हें फंसाया जाएगा। डीजीपी के निर्देश पर उनके पति की मृत्यु से ठीक पहले एक झूठी एफआईआर दर्ज की गई थी। पति ने जाति-आधारित गालियां, पुलिस परिसर में पूजा स्थलों से बहिष्कार, टारगेटेड मानसिक उत्पीड़न और सार्वजनिक अपमान सहा, और यह अपमान विशेष रूप से शत्रुजीत सिंह कपूर ने किया।