सिरसा महिला-थाना विस्फोट केस में पुलिस ने बनाए 3 गवाह:अमृतसर में निशानदेही करा SIT लौटी, जहां ग्रेनेड-पैसे लेन-देन हुआ

सिरसा जिले में महिला थाना पुलिस स्टेशन पर विस्फोटक हमले की जांच में एसआईटी एव अन्य एजेंसियां जुटी है। मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गवाह बनाया है, जिसमें दो सामान्य नागरिक और एक कर्मचारी बताया जा रहा है। खास बात है कि इनमें एक व्यक्ति ऐसा भी है, जो अमृतसर से आरोपियों के साथ ही ट्रेन में आया था। इसी से पुलिस को पता लगा कि ट्रेन में उनके पास विस्फोटक था। सूत्रों के अनुसार, आरोपी धीरज व विकास धारीवाल अपने साथियों के साथ अमृतसर से ट्रेन में विस्फोटक सामग्री लेकर सिरसा आए थे। उनके साथ सिरसा का एक अन्य व्यक्ति भी साथ आया था। सिरसा आने पर सभी अपने-अपने घर चले गए। उस समय किसी को शक नहीं हुआ कि ट्रेन में उनके पास विस्फोटक था। जब थाने पर हमले की बात आई तो सब चीजें क्लियर हुई। इसके बाद पुलिस जांच करते हुए हर पहलू तक पहुंची। होटल में भी रेड, जहां चारों ठहरे थे सिरसा एसआईटी, हमले के आरोपियों को लेकर मंगलवार को अमृतसर में पहुंची। जहां पर आरोपियों को हैंडलर ने ग्रेनेड दिया था और उनके बीच पैसा लेन-देन यानी कैश ट्रांजक्शन हुआ था। पुलिस ने वहां पर आरोपियों से निशानदेही करवाई और होटल में भी रेड की, जहां पर चारों आरोपी विस्फोटक मिलने तक ठहरे थे। होटल संचालक को भी तलब किया। इसके बाद रात को एसआईटी आरोपियों को लेकर वापस सिरसा पहुंची और उनका मेडिकल करवाया। सोशल मीडिया अकाउंट से पाक डॉन से संपर्क का खुलासा वहीं, आरोपी धीरज के सोशल मीडिया अकाउंट पर पाकिस्तानी डॉन शहबाज भट्‌टी से संपर्क होने का खुलासा हो गया है। धीरज पहले बेंगलुरु में काम करते हुए रहता था। इसी दौरान सोशल मीडिया पर भट्‌टी से लिंक हुआ। पिछले कुछ दिनों से सिरसा में ही था और एजेंसी से सिक्योरिटी गार्ड की जॉब छोड़ चुका था। यहां आने के बाद धमकी देने से लेकर विस्फोट कर दिया। ऐसे में पुलिस बेंगलुरु जाकर भी पता लगाएगी। वहीं, इस बारे में पुलिस विभाग से बातचीत की, तो उनका कहना है कि आरोपियों से अमृतसर में निशानदेही करवा ली है। आरोपियों के रिमांड के बारे में एसपी से चर्चा की जाएगी, तीन लोग गवाह बनाए गए हैं। विकास धारीवाल व धीरज दोनों की ही भूमिका अहम है, अभी जांच कर रहे हैं। आज रिमांड खत्म, कोर्ट में पेशी हमले के आरोपियों का वीरवार को रिमांड खत्म होने वाला है। ऐसे में पुलिस इससे पहले पंजाब के अमृतसर में ले जाकर निशानदेही करवा ली है। यहीं से पुलिस को खास इनपुट मिला। अब पुलिस पांचों आरोपियों को आज (वीरवार को) कोर्ट में पेश करेगी। पुलिस उनका रिमांड की मांग कर सकती है। मंड बोले- कार्रवाई नहीं हुई तो करेंगे प्रदर्शन इंटरनेशनल एंटी खालिस्तानी टेरेरिस्ट फ्रंट (आईएकेटीएफ) से राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी गुरसिमरन सिंह का कहना है कि पंजाब एवं हरियाणा पुलिस को इसकी शिकायत देने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस बारे में हरियाणा डीजीपी ओपी सिंह को पत्र भेजकर समय मांगा है और एसटीएफ डीएसपी व इंस्पेक्टर व अन्य कार्रवाई की मांग की है। गुरसिमरन मंड ने कहा कि अगर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो हम डीजीपी के खिलाफ पंचकूला में धरना प्रदर्शन करेंगे। यह पुलिस फेल है। उन्होंने आरोप लगाया कि लुधियाना पुलिस व सिरसा पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। धीरज ने अपनी मां को बताया था सिरसा आ रहा धीरज की मां से लगभग तीन चार दिन पहले धीरज की मां से बात हुई थी। धीरज दीवाली पर अपने घर आया था। उसके बाद वो अपने गांव में ठहरा हुआ था। उसकी मां का कहना है कि अब धीरज ने लगभग ये घर पर बोल रखा था कि मुझे 1-2 दिन में वापस बैंगलोर लौटना है तो उसके लिए मुझे अपने साथ लेकर जाने के लिए कुछ कपड़े वगैरह खरीदने हैं, जिसको लेकर मैं सिरसा आ रहा हूं।