हिसार : कृषि शिक्षा में नवाचार व उद्यमिता को देनी होगी प्राथमिकता : प्रो. बीआर कम्बोज

हकृवि में कृषि शिक्षा दिवस पर कार्यक्रम आयोजित

विद्यार्थियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में किया अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन

हिसार, 4 दिसंबर (हि.स.)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में कृषि शिक्षा दिवस

पर ‘एग्री विजन फॉर विकसित भारत-2047’ विषय पर गुरूवार काे सेमिनार का आयोजन किया गया। कृषि महाविद्यालय

के ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज

मुख्य अतिथि रहे जबकि कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एसके पाहुजा व मानव संसाधन

प्रबंधन निदेशक डॉ. रमेश यादव इस मौके पर विशेष रूप से मौजूद रहे।

सेमिनार को संबोधित करते कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने गुरुवार काे कहा कि कृषि शिक्षा में

नवाचार व उद्यमिता को प्राथमिकता देनी होगी। आज की कृषि शिक्षा सिर्फ खेती सिखाने तक

सीमित नहीं, बल्कि स्मार्ट, टिकाऊ, तकनीक-आधारित और उद्यमशील कृषि के निर्माण की दिशा

में अग्रसर है। कृषि शिक्षा एक डिग्री नहीं बल्कि एक विजन है जो अनुसंधान और नवाचार

का मार्ग दिखता है। विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक और विद्यार्थी इस मिशन को आगे बढ़ाने

में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने बताया कि कृषि शिक्षा दिवस हमें याद

दिलाता है कि भविष्य हमारे हाथों में है और यह भविष्य तभी उज्जवल होगा जब हमारी खेती,

किसान और खेती से जुड़ी तकनीकें और अधिक मजबूत होगी। देश को वर्ष 2047 तक एक आधुनिक,

तकनीक आधारित, आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के लिए हमें आपसी तालमेल के साथ

कार्य करने की आवश्यकता है।

प्रो. कम्बोज ने कहा कि वर्ष 2047 में देश की कृषि व्यवस्था ड्रोन, आर्टिफिशियल

इंटेलिजेंस, (एआई) सेंसर आधारित खेती, स्मार्ट सिंचाई और रोबोटिक से पूरी तरह सुसज्जित

करना होगी। कृषि शिक्षा का उद्देश्य छात्रों को इन उभरती तकनीक का उपयोग करने के लिए

प्रेरित करना है। बदलते जलवायु परिदृश्य में ऐसी तकनीकें विकसित करनी होगी जो किसानों

को कम लागत में अधिक पैदावार दे सकें। उन्होंने बताया कि कृषि शिक्षा के माध्यम से

जल संरक्षण, मृदा स्वास्थ्य तथा सतत खेती को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।

भविष्य

में किसान सिर्फ कृषि उत्पादन तक सीमित न रहकर एग्री उद्यमी बनने की और अग्रसर होंगे

ताकि कृषि लागत के साथ-साथ अपनी आर्थिक स्थिति को और अधिक बेहतर कर सकें। कृषि शिक्षा

को स्टार्टअप, एग्री बिजनेस, प्रोसेसिंग, वैल्यू एडिशन और मार्केटिंग क्षेत्र में बढ़ाने

के लिए योजनाबद्ध ढंग से काम करना होगा। कृषि शिक्षा दिवस पर विद्यार्थियों को जागरूक एवं प्रेरित करने के लिए विभिन्न

प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। कुलपति ने प्रतियोगिताओं में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले

विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया और प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर