इंडिगो संकट पर ट्रोल हुए एविएशन मिनिस्टर राम मोहन नायडू:पिता की मौत से राजनीति में आए, संसद में सेक्‍स एजुकेशन पर बिल लाए; जानें प्रोफाइल

इंडिगो एयरलाइन्‍स संकट के बाद सिविल एविएशन मंत्री राम मोहन नायडू सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे है। लोग उन्‍हें सोशल मीडिया पर टैग कर गड़बड़‍ियों का जवाब मांग रहे हैं और अलग-अलग तरह के कमेंट्स कर रहे हैं। इंडिगो के CEO के साथ मीटिंग के उनके पोस्‍ट पर एक यूजर ने लिखा, ‘ये ड्रामा छोड़कर ग्रांउड पर काम करिए।’ वहीं एक यूजर ने लिखा, ‘इंडिगो की 300 से अधिक उड़ाने कैंसिल हो चुकी है। लोग फंसे हुए हैं मंत्री जी की कोई जवाबदेही नहीं है।’ इसके बाद से राम मोहन नायडू चर्चा में हैं। अमेरिका से पढ़े, पिता की मौत से राजनीति में आए नायडू का जन्म श्रीकाकुलम जिले के कोटाबोम्मली मंडल के निम्माडा गांव में हुआ था। वो वेलामा कम्युनिटी से आते हैं। नायडू ने अपनी शुरुआती पढ़ाई श्रीकाकुलम में की। बाद में उनके पिता के सांसद बनने पर वो दिल्ली शिफ्ट हो गए। यहां से उन्होंने दिल्ली पब्लिक स्कूल, आर.के. पुरम में पढ़ाई की। इसके बाद वे अमेरिका चले गए। अमेरिका से ही उन्होंने इंजीनियरिंग और MBA किया। MBA करने के बाद नायडू ने कुछ साल सिंगापुर की एक IT फर्म में काम किया। फिर साल 2012 में पिता की कार एक्सीडेंट में मौत के बाद पॉलिटिक्स जॉइन की। एक सीट से 3 बार सांसद, देश के सबसे युवा मंत्री हैं साल 2014 में TDP यानी तेलुगु देशम पार्टी से श्रीकाकुलम लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। वे लोकसभा में दूसरे सबसे कम उम्र के सांसद बने। 2019 में फिर उसी सीट से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। साल 2024 के चुनावों में उन्होंने YSRCP यानी युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी के नेता तिलक पेराडा को 3 लाख वोटों से हराया और तीसरी बार श्रीकाकुलम से जीत दर्ज की। केवल 36 साल की उम्र में राम मोहन नायडू पीएम मोदी कैबिनेट के सदस्य बने और मंत्री पद की शपथ ली। 2021 में सेक्स एजुकेशन पर संसद में लाए थे बिल राम मोहन नायडू TDP के पहले ऐसे नेता हैं जिन्होंने सांसद रहते हुए मेंस्ट्रुअल हाइजीन और सेक्स एजुकेशन जैसे मुद्दों पर संसद में चर्चा की। साल 2021 में राम मोहन नायडू संसद में 'शैक्षणिक संस्थानों में यौन शिक्षा की अनिवार्यता' नाम से एक बिल भी लेकर आए थे, जिसमें उन्होंने मांग की थी की सभी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स में सेक्स एजुकेशन को अनिवार्य किया जाना चाहिए। उन्होंने सैनिटरी पैड से GST हटाने के लिए भी अभियान चलाया था। सीएम एन चंद्रबाबू नायडू के करीबी माने जाते हैं अपने पिता की तरह ही राम मोहन नायडू TDP के प्रमुख और आंध्र प्रदेश के सीएम एन चंद्रबाबू नायडू के बेहद करीबी माने जाते हैं। पार्टी के अंदरूनी सोर्स कहते हैं कि राम मोहन नायडू दिल्ली में सीएम की आंखें और कान हैं। वे ही तय करते है कि संसद में TDP के सांसदों को क्या मुद्दा उठाना है। और राज्य में बंद पड़े प्रोजेक्ट्स को लेकर किस मंत्रालय से संपर्क करना है। पार्टी भी इनके सुझावों को महत्व देती है। TDP के सीनियर लीडर के बेटी से शादी की जून 2017 में उन्होंने श्राव्या बंडारू से शादी की थी। श्राव्या पूर्व मंत्री और तेलुगू देशम पार्टी के नेता बंडारू सत्यनारायण मूर्ति की सबसे छोटी बेटी हैं। स्‍टोरी - देव कुमार ------------------------ ये खबरें भी पढ़ें... फिल्ममेकर विक्रम भट्ट ₹30 करोड़ के धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार:1 4 की उम्र में डायरेक्शन शुरू किया, भारत की पहली 3D हॉरर फिल्म बनाई; जानें प्रोफाइल​​​​​​ ​इंडियन फिल्म इंडस्ट्री के डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और स्क्रीन राइटर विक्रम भट्ट को रविवार, 7 नवंबर को राजस्थान पुलिस ने अरेस्ट किया है। उन पर 30 करोड़ रुपए के धोखाधड़ी मामले में कार्रवाई की गई है। विक्रम के साथ उनकी पत्नी श्वेताम्बरी भट्ट को भी गिरफ्तार किया गया है। पूरी खबर पढ़ें...