नई दिल्ली, 3 दिसंबर (हि.स.)। दिल्ली के उत्तरी जिले की एंटी-नारकोटिक्स सेल ने एक बड़े अंतरराज्यीय ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ करते हुए पांच सप्लायरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपिताें के कब्जे से कुल 51.5 किलो गांजा, एक आई-10 कार और 1,02,510 रुपये बरामद किया है। यह गिरफ्तारी दिल्ली, उप्र, बिहार और त्रिपुरा तक फैले नेटवर्क को उजागर करती है।
उत्तरी जिले के पुलिस उपायुक्त राजा बंथिया ने बुधवार काे बताया कि पुलिस टीम जिले में सक्रिय ड्रग सप्लायरों पर नजर रख रही थी। 25 नवंबर को गुप्त सूचना पर बुराड़ी के कमल विहार में छापेमारी कर जितेंद्र उर्फ जीते को दबोचा गया। उसके घर से 6.132 किलो गांजा और 1.02 लाख रुपये मिले। इसी शिकायत पर बुराड़ी थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। जितेंद्र ने पूछताछ में बताया कि वह गांजा अनिल, सबीता देवी और राम कुमार से खरीदता है। पुलिस ने 26 नवंबर को स्वरूप नगर से सप्लायर सबीता देवी को 1.542 किलो गांजा के साथ पकड़ा। उसने खुलासा किया कि उसका देवर अनिल बनारस से सप्लाई करता है। इसके बाद पुलिस ने राम कुमार की तलाश में तकनीकी निगरानी शुरू की।
एक-दो दिसंबर की रात पुलिस ने गाज़ियाबाद रेलवे स्टेशन पर छापेमारी की, मगर वह भाग निकला। करीब 25 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद टीम ने उसे फरीदाबाद के बदकल मॉल मेट्रो स्टेशन के पास दबोचा। जहां वह अपना माल देने पहुंचा था। वहीं से गांजा लेने आए उसके साथी बृजपाल को भी गिरफ्तार किया गया। दोनों के कब्जे से 30.431 किलो गांजा और सप्लाई में इस्तेमाल होने वाली आई-10 कार बरामद हुई।
राम कुमार ने पूछताछ में बताया कि वह और उसका साथी अरुण रॉय पिछले एक साल से त्रिपुरा से गांजा मंगाकर दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई करते थे। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने नोएडा के यूसुफ़पुर चक साहबेरी से अरुण रॉय को पकड़ा। उसके बताए ठिकाने से 13.433 किलो गांजा और बरामद किया गया। पुलिस ने सभी पांचों आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है।
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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी



