सीआईडी की छापेमारी में फर्जी लॉटरी गिरोह का भंडाफोड़

आसनसोल, 08 दिसंबर (हि. स.)।

जिले में तेजी से फैल रहे अवैध लॉटरी कारोबार पर सीआईडी ने बड़ी कार्रवाई की है।

सोमवार को सामने आई जानकारी के अनुसार, शनिवार देर रात की गई विशेष छापेमारी में जांच अधिकारियों ने फर्जी लॉटरी रैकेट से जुड़े दो प्रमुख आरोपितों को धर दबोचा। गिरफ्तार व्यक्तियों में मुख्य सरगना पलटू सिंह का नाम शामिल है, जो लंबे समय से इस गैरकानूनी कारोबार का संचालन कर रहा था। पांडवेश्वर निवासी पलटू पर आरोप है कि उसने अपने नेटवर्क को न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि पड़ोसी जिलों तक फैला रखा था।

जांच सूत्रों के अनुसार, यह गिरोह पांडवेश्वर, लाऊदोहा, अंडाल, उखड़ा और जमुरिया जैसे औद्योगिक इलाकों में सक्रिय था। यही नहीं, बीरभूम जिले के खरसोल और दुबराजपुर तक इस अवैध लॉटरी की सप्लाई होती थी।

स्थानीय लोगों के अनुसार, कई इलाकों में दिनदहाड़े फर्जी टिकट बेचने का सिलसिला चलता रहता था, लेकिन प्रशासनिक कार्रवाई के अभाव में यह धंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा था।

करीब एक वर्ष पहले भी पलटू सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, परंतु जेल से छूटने के बाद उसने और मजबूत नेटवर्क बनाकर अपना धंधा दोबारा शुरू कर दिया।

सूत्रों के अनुसार, उसके अधीन दर्जनों एजेंट काम करते थे, जो घर-घर जाकर टिकट बेचते थे तथा भोले-भाले लोगों को बड़े इनाम का लालच देकर अपने जाल में फंसाते थे। इस अवैध कारोबार के फैलाव ने स्थानीय अर्थव्यवस्था और सामाजिक संरचना दोनों को प्रभावित किया है।

पश्चिम बर्दवान जिले में फर्जी लॉटरी का बढ़ता कारोबार पुलिस और प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि समय-समय पर छापेमारी होती है, पर कार्रवाई स्थायी नहीं होने से यह नेटवर्क फिर उभर आता है। पांडवेश्वर और लवदोहा क्षेत्रों में खुलेआम लॉटरी की बिक्री होती रही, जिससे यह संदेह भी गहरा हो रहा है कि कहीं न कहीं अवैध गतिविधियों को स्थानीय संरक्षण प्राप्त रहा है।

सीआईडी द्वारा की गई इस कार्रवाई ने न केवल इलाके में हड़कंप मचा दिया है, बल्कि अन्य अवैध कारोबारियों में भी भय का माहौल उत्पन्न किया है। जांच अधिकारियों ने दोनों आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्षों से चल रहे इस फर्जी लॉटरी कारोबार ने कई परिवारों को आर्थिक नुकसान पहुंचाया है। बड़ी राशि जीतने के झांसे में लोग रोज़ाना सैकड़ों रुपये खर्च करते रहे, और उनके साथ केवल धोखा होता था। अब सीआईडी की इस कार्रवाई से जनता को उम्मीद है कि इस अवैध खेल पर व्यापक स्तर पर रोक लगेगी।

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हिन्दुस्थान समाचार / Santosh Vishwakarma