जनजातीय गौरव दिवस पर केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय में भव्य आयोजन

जयपुर, 5 दिसंबर (हि.स.)। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, जयपुर परिसर में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती और जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर भव्य एवं गरिमामयी समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती पूजन तथा भगवान बिरसा मुंडा की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर किया गया। आयोजन का उद्देश्य जनजातीय नायकों के इतिहास, वीरता, सांस्कृतिक धरोहर और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को स्मरण करना रहा। दो दिवसीय कार्यक्रम के अंतर्गत विभिन्न शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया गया तथा बिरसा मुंडा की स्मृति में वृक्षारोपण भी किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री कन्हैयालाल मीणा रहे। उन्होंने अपने उद्बोधन में बिरसा मुंडा, जनजातीय समाज की गौरवशाली परंपरा, औपनिवेशिक काल में हुए संघर्षों, राष्ट्रप्रेम, त्याग, साहस और सांस्कृतिक समृद्धि पर प्रकाश डाला।

मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, जयपुर के विभाग प्रचारक प्रशांत ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम और सामाजिक चेतना के इतिहास में जनजातीय समाज का योगदान अतुलनीय है। उन्होंने बिरसा मुंडा सहित अनेक जनजातीय नायकों के आदर्शों को प्रेरणास्रोत बताया। उन्होंने कहा कि रामायण काल से लेकर वर्तमान तक भारतीय संस्कृति को विभिन्न कालखंडों में अलग-अलग पहचान मिली, जिसमें जनजातीय संस्कृति की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने जनजातीय संस्कृति और इतिहास पर अधिक शोध किए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया।

समारोह की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के वरिष्ठ आचार्य लोकमान्य मिश्र ने की। उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदायों की परंपराएं भारतीय संस्कृति की आत्मा हैं और इस प्रकार के आयोजन युवा पीढ़ी में राष्ट्रीय चेतना एवं सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देते हैं।

सह-निदेशक शीशराम ने कहा कि युवाओं को बिरसा मुंडा के आदर्शों को आत्मसात कर राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। स्वागत भाषण गौरांग बाघ ने दिया तथा धन्यवाद ज्ञापन आरती मीणा ने किया। कार्यक्रम का संचालन सह-समन्वयक सुभाष चंद्र मीणा ने किया।

इस अवसर पर सह-निदेशक बोध कुमार झा, कृष्णा शर्मा, सच्चिदानंद स्नेही, विष्णु कुमार निर्मल, सीमा अग्रवाल, दरियाव सिंह, बत्तीलाल मीणा, मनीष चांडक, हरिओम शर्मा, विनोद शर्मा, रामेश्वर दयाल शर्मा, विनी शर्मा, प्रीति शर्मा, कांता गलानी, सुरेंद्र जाखड़, प्रकाश यादव, प्रभात दास, श्रुति जैन, सत्यकाम आर्य, अंजली गौतम सहित बड़ी संख्या में प्राध्यापक, कर्मचारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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हिन्दुस्थान समाचार / Chandrashekhar kuntal