तीन दिवसीय वार्षिक शहीदी सभा 25-27 दिसंबर को फतेहगढ़ साहिब में, ड्रोन से हो रही निगरानी

पंजाब के स्पेशल डीजीपी फतेहगढ़ साहिब में सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लेते हुए


- स्पेशल डीजीपी अर्पित शुक्ला ने फतेहगढ़ साहिब में सुरक्षा प्रबंधों का लिया जायजा

चंडीगढ़, 23 दिसंबर । शहीदी सभा के मद्देनजर पुलिस के विशेष डायरेक्टर जनरल (स्पेशल डीजीपी) कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने मंगलवार को फतेहगढ़ साहिब का दौरा करके सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया, ताकि जिले में सुचारू और सुरक्षित ढंग से समागम सुनिश्चित किया जा सके। दसवें सिख गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों बाबा ज़ोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की अद्वितीय शहादत को श्रद्धांजलि देने के लिए तीन दिवसीय वार्षिक शहीदी सभा 25 दिसंबर से 27 दिसंबर तक फतेहगढ़ साहिब में होगी।

विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने बताया कि पूरे क्षेत्र को योजनाबद्ध ढंग से छह सेक्टरों में विभाजित किया गया है और दुनिया भर से आने वाली लाखों संगतों की सुरक्षा, सुचारू आवागमन तथा आवश्यक सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए छह एसपी रैंक के अधिकारियों एवं 24 डीएसपी रैंक के अधिकारियों की निगरानी में 3400 से अधिक पुलिस कर्मियों वाली फोर्स तैनात की गई है। डीजीपी शुक्ला के साथ डीआईजी रोपड़ रेंज नानक सिंह तथा एसएसपी फतेहगढ़ साहिब शुभम अग्रवाल ने आज सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को संगत के साथ बहुत विनम्रता एवं शालीनता से पेश आने तथा समागम को सफल बनाने के लिए पूरी श्रद्धा-भावना एवं दृढ़ता से कार्य करने के निर्देश दिए।

सभी सुरक्षा प्रबंधों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि इस साल शांतिपूर्ण एवं सुचारू ढंग से शहीदी सभा करवाने को सुनिश्चित करने के लिए फतेहगढ़ साहिब पुलिस ने कई नई पहलकदमियां लागू की हैं, ताकि श्रद्धालुओं को माथा टेकने में किसी भी प्रकार की मुश्किल का सामना न करना पड़े। विशेष डीजीपी ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कुल 22 पार्किंग स्लॉट रखे गए हैं तथा पार्किंग क्षेत्र से गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहिब के बीच शटल बस सेवा भी उपलब्ध रहेगी। निर्विघ्न ट्रैफिक प्रबंधन एवं संगतों की न्यूनतम असुविधा के लिए पुलिस ने गूगल के सहयोग से पार्किंगों के लिए रीयल-टाइम जियो-टैगिंग तथा श्रद्धालुओं के मार्गदर्शन के लिए साइन बोर्ड लगाए गए हैं।

उन्होंने कहा कि संगतों की सहायता के लिए छह हेल्प डेस्क, एक पुलिस डेस्क, चिकित्सा सहायता एवं अग्निशमन टीम बनाई गई हैं। इसके अलावा एक एकीकृत कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया है। विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने कहा कि समाज विरोधी तत्वों पर पैनी नजर रखने के साथ-साथ ट्रैफिक एवं पार्किंग प्रबंधों की निगरानी के लिए छह ड्रोन एवं 300 सीसीटीवी कैमरे उपयोग किए जा रहे हैं। सड़क सुरक्षा को बढ़ाने एवं धुंध के कारण होने वाले सड़क हादसों को रोकने के लिए ट्रैक्टर-ट्रालियों पर रिफ्लेक्टर स्टिकर भी लगाए जाएंगे---------------