
पंजाब पुलिस ने नेपाल बार्डर से किया गिरफ्तार, पाकिस्तान के लिए जासूसी का मामला दर्ज होने के बाद हुआ था फरार
चंडीगढ़, 20 दिसंबर । पंजाब पुलिस ने हरियाणा के सिरसा स्थित महिला पुलिस थाने पर हुए हमले की साजिश रचने के आरोपित को नेपाल बार्डर से पकड़ा है। आरोपित सेना का भगोड़ा सैनिक है।
पंजाब पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने शनिवार को बताया कि स्टेट स्पेशल ऑपरेशंस सेल द्वारा बिहार के मोतिहारी जिला निवासी राजबीर सिंह उर्फ फौजी को भारत-नेपाल बॉर्डर के पास रक्सौल शहर से काबू किया है। आरोपित नेपाल के रास्ते देश से भागने की कोशिश कर रहा था। उसके पास से 500 ग्राम हेरोइन और एक हैंड ग्रेनेड बरामद किया गया है। यह कार्रवाई फाजिल्का की काशी राम कॉलोनी के रहने वाले चिराग नाम के उसके साथी की गिरफ्तारी के तुरंत बाद हुई, जिसके पास से 407 ग्राम हेरोइन और एक पिस्टल बरामद की गई। आरोपित राजबीर के लिए कूरियर का काम करता था और ड्रग ट्रैफिकिंग से होने वाली कमाई को उस तक पहुंचाता था।
डीजीपी ने कहा कि गिरफ्तार आरोपित राजबीर की शुरुआती जांच से पता चला है कि वह 2011 में इंडियन आर्मी में शामिल हुआ था और फरवरी 2025 में भाग गया था, जब उस पर और उसके साथियों पर इस साल की शुरुआत में अमृतसर में जासूसी के आरोप में केस दर्ज किया गया था। जांच से यह भी पता चला है कि हरियाणा के सिरसा में महिला पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड हमले की साजिश में दोनों गिरफ्तार आरोपितों की भूमिका थी।
उन्होंने कहा कि आरोपित राजबीर और चिराग ने अमृतसर रूरल के गुरजंत सिंह को हैंड ग्रेनेड दिए थे, जिसे बाद में हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, और चिराग के ज़रिए पैसे की मदद भी की। जांच से यह भी पता चला है कि 2022 में, गिरफ्तार आरोपित राजबीर सोशल मीडिया के ज़रिए पाकिस्तान की कुछ संस्थाओं के संपर्क में आया और हेरोइन की खेप तक पहुँच के बदले, उसने संवेदनशील और गोपनीय मिलिट्री जानकारी देना शुरू कर दिया और दूसरे आर्मी कर्मियों को इन हैंडलर्स से मिलवाया। उन्होंने कहा कि केस दर्ज होने के बाद, राजबीर फरार हो गया और नेपाल को छिपने की जगह के तौर पर इस्तेमाल किया, अक्सर पंजाब और नेपाल के बीच आता-जाता रहा और अपने ड्रग तस्करी के काम जारी रखे।
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