राज्य सरकार की नीतियों से प्रदेश का ऊर्जा क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ा:ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर
- Admin Admin
- Dec 23, 2025
जयपुर, 23 दिसंबर (हि.स.)। ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों से प्रदेश का ऊर्जा क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ा है। सरकार का प्रयास है कि डिजिटल तकनीक के माध्यम से प्रदेश के ऊर्जा ढ़ांचे को मजबूत तथा आमजन से जुड़ी विद्युत सेवाओं को सुगम बनाया जाए। नागर मंगलवार को कांस्टीट्यूशन क्लब में राजस्थान पावर सेक्टर डिजिटल कॉन्क्लेव में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलने से बिजली की मांग और इस क्षेत्र की अहमियत भी बढ़ी है। उसे देखते हुए विद्युत निगमों तथा उनके आधारभूत ढ़ांचे को मजबूत करना बेहद आवश्यक है।
कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा श्री अजिताभ शर्मा ने कहा कि पावर सेक्टर में डेटा एनालिसिस की महत्वपूर्ण भूमिका है। हर क्षेत्र में तकनीक का उपयोग बढ़ा है। इसे देखते हुए प्रदेश के गांव-ढाणी में फैली लाखों किलोमीटर लंबी विद्युत लाइनों, ट्रांसफार्मरों तथा हजारों ग्रिड सब स्टेशनों में फैले डिस्ट्रिब्यूशन एवं ट्रांसमिशन नेटवर्क को भी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाना जरूरी है। इससे आमजन तक विद्युत सेवाओं को अधिक सुगमता से पहुंचाया जाना संभव होगा।
राजस्थान ऊर्जा विकास निगम एवं आईटी सर्विसेज की ओर से इस कंसल्टेशन मीट का परिचय देते हुए बताया गया कि दीर्घकाल में विद्युत उपभोक्ताओं को बेहतर, विश्वसनीय एवं गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने की दिशा में निगम की ओर से यह पहल की गई है। इस कॉन्क्लेव के माध्यम से राजस्थान के ऊर्जा क्षेत्र के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। जिसके अन्तर्गत ईआरपी, डिस्कॉम्स के असेट्स की जीआईएस आधारित मैपिंग, पावर ट्रांसफार्मर्स की हैल्थ आधारित मॉनीटरिंग सिस्टम विकसित करने, साइबर सुरक्षा, सिक्योरिटी ऑपरेशन सिस्टम, नेटवर्क ऑपरेशन सिस्टम आदि से जुड़े 700 करोड़ के काम हाथ में लिए जाएंगे।
कार्यक्रम के प्रारंभ में ऊर्जा विभाग ने प्रदेश के विद्युत क्षेत्र में मौजूद डिजिटल प्रणालियों को लेकर प्रस्तुतीकरण दिया। इस अवसर पर उत्पादन निगम के सीएमडी देवेन्द्र श्रृंगी तथा ऊर्जा विभाग के संयुक्त शासन सचिव सौरभ स्वामी भी मौजूद थे।
इस कॉन्क्लेव में पावर सेक्टर को आईटी आधारित सॉल्यूशन प्रदान करने वाली नामी कंपनियों के प्रतिनिधि सम्मिलित हुए। जिनमें औरेकल, इन्फोसिस, आईबीएम, असेंचर, सैप, टेक महिन्द्रा जैसी आईटी कंपनियां शामिल थीं।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / दिनेश



