संगीता बरुआ प्रेस क्लब ऑफ इंडिया की पहली महिला अध्यक्ष:गुवाहाटी यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट, रामनाथ गोयनका पुरस्कार से सम्मानित; जानें प्रोफाइल

जर्नलिस्ट संगीता बरुआ पिशारोती रविवार, 14 दिसंबर को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (PCI) की पहली महिला अध्यक्ष चुनी गईं। उन्हें 1,019 वोट मिले। वहीं, उनके प्रतिद्वंदी अतुल मिश्रा और शर्मा अरुण को क्रमश: 129 और 89 वोट मिले। पिशारोती राजनीति और खोजी पत्रकारिता में लंबे अनुभव वाली वरिष्ठ पत्रकार हैं। वो PCI के 2024 के चुनाव में उपाध्यक्ष चुनी गई थीं। उस दौरान वो मीडिया संस्थान 'द वायर' में नेशनल अफेयर्स एडिटर थीं। संगीता बरुआ पिशारोती ने गुवाहाटी यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन के बाद इंग्लिश न्यूज पेपर नेशनल हेराल्ड में इंटर्नशिप की। तकरीबन 1 साल की इंटर्नशिप पूरी करने की बाद वे फुल टाइम पत्रकारिता में आ गईं। UNI में काम करने वाली नॉर्थईस्ट इंडिया की पहली महिला पत्रकार साल 1996 में उन्होंने यूनाइटेड न्यूज ऑफ इंडिया (UNI) से पत्रकारिता की शुरुआत की। इसके साथ ही वो UNI के नई दिल्ली ऑफिस में नियुक्त होने वाली पूर्वोत्तर भारत की पहली महिला पत्रकार बनीं। CSDS की इनक्लूसिव मीडिया फेलो रहीं इसके बाद वो प्रतिष्ठित इंग्लिश न्यूजपेपर द हिंदू से जुड़ीं। 2014 तक उन्होंने यहां काम किया और डिप्टी एडिटर भी रहीं। पूर्वोत्तर भारत पर उनकी रिपोर्टिंग की पहचान 'द हिंदू' अखबार में तब बनी, जब उन्होंने 2011 में सेंटर फॉर डेवलपमेंट स्टडीज (CSDS) की इनक्लूसिव मीडिया फेलोशिप जीती। इस फेलोशिप के तहत उन्होंने असम के माजुली द्वीप (ब्रह्मपुत्र नदी में स्थित एशिया के सबसे बड़े नदीय द्वीप) में हर साल होने वाले कटाव से आजीविका के नुकसान पर रिपोर्टों की एक सीरीज लिखी। रामनाथ गोयनका अवॉर्ड से सम्मानित हैं साल 2015 में सीनियर जर्नलिस्ट सिद्धार्थ वरदराजन, सिद्धार्थ भाटिया और एम. के. वेणु ने मिलकर द वायर (The Wire) की शुरुआत की। इसके बाद संगीता 'द वायर' से जुड़ गईं। नई दिल्ली स्थित न्यूजरूम से उन्होंने पूर्वोत्तर की खबरें कवर की। संगीता ने अक्टूबर 2025 तक 'द वायर' में काम किया। वे 10 साल 7 महीने तक इस संस्थान से जुड़ी रहीं। इस दौरान वो नेशनल अफेयर्स एडिटर रहीं। साथ ही, नेशनल न्यूज ब्यूरो की चीफ भी रहीं। 'असम: द अकॉर्ड, द डिस्कॉर्ड' नाम से किताब लिखीं संगीता ने अपनी पहली किताब अपने होम स्टेट के ऊपर लिखी है। किताब का टाइटल- 'Assam: The Accord, The Discord' है। इसमें असम आंदोलन, असम समझौते और असम में उग्रवाद पर डॉक्युमेंटेशन किया गया है। इसके लिए उन्हें व्यापक स्तर पर आलोचनात्मक सराहना मिली है। नवंबर 2025 से इंडिपेंडेंट जर्नलिस्ट के रूप में काम कर रही हैं। साथ ही वे खुद को स्टोरी टेलर और नॉन फिक्शन राइटर बताती हैं। जतिन गांधी PCI के उपाध्यक्ष बने 13 दिसंबर, 2025 को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया का चुनाव हुआ। इसकी काउंटिंग रविवार, 14 दिसंबर को की गई। संगीता बरुआ पिशारोती PCI की पहली महिला अध्यक्ष बनीं। 68 से अधिक सालों के इतिहास में, वो PCI का नेतृत्व करने वाली पहली महिला हैं। उनके पैनल ने सभी पदों पर जीत दर्ज करते हुए चुनाव में 21–0 का क्लीन स्वीप किया। जतिन गांधी को 1,029 वोटों के साथ उपाध्यक्ष चुना गया। उन्होंने प्रह्लाद सिंह राजपूत को 900 से अधिक वोटों के अंतर से हराया। अफजल इमाम 948 वोटों के साथ महासचिव निर्वाचित हुए और उन्होंने ज्ञान प्रकाश को 700 से अधिक वोटों के अंतर से पराजित किया। वहीं, अदिति राजपूत और पीआर सुनील क्रमशः कोषाध्यक्ष और संयुक्त सचिव निर्विरोध चुने गए। 1957 में हुई थी प्रेस क्लब की शुरुआत प्रेस क्लब ऑफ इंडिया की स्थापना 20 दिसंबर, 1957 को हिंदुस्तान टाइम्स के तत्कालीन प्रधान संपादक दुर्गा दास ने की थी। इसे 10 मार्च, 1958 को शामिल किया गया था और 2 फरवरी, 1959 को तत्कालीन गृह मंत्री गोविंद बल्लभ पंत द्वारा केवल 30 सदस्यों के साथ इसका उद्घाटन किया गया था। -------------- ये खबर भी पढ़ें... धुरंधर में हिंदुस्तानी जासूस बने गौरव गेरा: मां से एक्टिंग सीखी, शॉपकीपर-छुटकी के रोल से फेमस हुए; B.Com ग्रेजुएट हैं, जानें प्रोफाइल हाल ही में रिलीज हुई धुरंधर फिल्म ने करीब 300 करोड़ की कमाई कर ली है। फिल्म के किरदारों में रणवीर सिंह, अक्षय खन्ना, संजय दत्त और गौरव गेरा के रोल की खूब तारीफ की जा रही है। फिल्म में हिंदुस्तानी जासूस बनकर जूस बेचने वाले मोहम्म्द आलम के रोल में गौरव गेरा ने सबको चौंका दिया। गौरव के खास लुक की वजह से कोई नहीं जान पाया कि यह वही गौरव गेरा हैं जो अपनी कॉमेडी में अक्सर ‘शॉपकीपर’ और ‘छुटकी’ जैसे रोल प्ले करते हैं। पढ़ें पूरी खबर...