जींद में सरकारी चिकित्सकों की दो घंटे की हड़ताल से मरीज हुए परेशान

दवा के लिए लाइन में लगे लोग।

जींद, 27 नवंबर (हि.स.)। जिंद में हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के आह्वान पर गुरूवार को सरकारी अस्पतालों के चिकित्सक दो घंटे की हड़ताल पर रहे। हालांकि मरीज तथा तिमारदार सुबह ही अस्पतालों में पहुंचना शुरू हो गए थे। उनकी ओपीडी स्लिप तो कटी लेकिन चिकित्सकों ने ओपीडी नहीं की। इसके चलते मरीजों को सुबह नौ से 11 बजे तक परेशानी उठानी पड़ी। जैसे ही 11 बजे तो चिकित्सकों ने अपनी हड़ताल को समाप्त किया और ओपीडी का कार्य शुरू किया। इस दौरान इमरजेंसी, डिलीवरी तथा पोस्टमार्टम सेवाएं उपलब्ध रहीं, लेकिन जनरल ओपीडी नहीं हुई। दो घंटे की हड़ताल समाप्त होते ही चिकित्सकों के कमरों के बाहर लाइनें लग गई।

हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन के जिला प्रधान डॉ. बिजेंद्र ढांडा ने बताया कि दो घंटे की हड़ताल को लेकर पहले ही उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया था। स्वास्थ्य विभाग में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (एसएमओ) की सीधी भर्ती की जा रही है। अगर ऐसा होता है तो वर्तमान में कार्यरत चिकित्सकों की पदोन्नति रुक जाएगी। इससे उनका मनोबल गिरना स्वाभाविक है। इस फैसले के विरोध में सभी चिकित्सकों ने गुरूवार को दो घंटे के लिए काम न करते हुए अपना विरोध जताया है।

ढांडा ने बताया कि विभाग ने पहले भी इस तरह का निर्णय लिया था लेकिन विरोध के बाद फैसला वापस ले लिया था। अब फिर से एसएमओ की सीधी भर्ती करने का प्रयास किया जा रहा है। अगर एसएमओ की सीधी भर्ती होती है तो वर्षों से जनता की सेवा कर रहे चिकित्सक पदोन्नति से वंचित रह जाएंगे।

उन्होंने कहा कि दो घंटे की हड़ताल पर रहते हुए भी चिकित्सकों ने अपना नैतिक फर्ज निभाया है। सभी अस्पतालों में इमरजेंसी, डिलीवरी तथा पोस्टमार्टम सेवाओं को बहाल रखा गया। इमरजेंसी सेवाओं को लेकर आमजन को कोई परेशानी न हो, इसका भी विशेष ध्यान रखा गया।

सीएमओ डॉ. सुमन कोहली ने बताया कि चिकित्सकों की दो घंटे की हड़ताल की जानकारी उच्च अधिकारियों को दे दी गई थी। अस्पताल में इमरजेंसी, पोस्टमार्टम जैसी सेवाएं जारी रही हैं। गंभीर मरीजों का उपचार इमरजेंसी में करवाया गया है।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा