
उत्तरकाशी, 30 दिसंबर (हि.स.)। सीमांत भटवाड़ी ब्लॉक के वाइब्रेंट विलेज ग्राम झाला,हर्षिल घाटी में नववर्ष के उपलक्ष्य में ‘थैंक यू नेचर’ अभियान के अंतर्गत वृहद स्वच्छता एवं जागरूकता अभियान चलाया गया।
मंगलवार को ग्राम प्रधान झाला के आह्वान पर एवं युवक मंगल दल के नेतृत्व में यह अभियान सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। अभियान का उद्देश्य नववर्ष की शुरुआत सकारात्मक संदेश के साथ और हर्षिल घाटी में आने वाले पर्यटकों का स्वच्छ, सुंदर और पर्यावरण–अनुकूल वातावरण के साथ स्वागत करना रहा।
अभियान के दौरान झाला बाजार से लेकर पूरे ग्राम सभा क्षेत्र तक व्यापक स्तर पर सफाई की गई। सड़कों, सार्वजनिक स्थलों एवं बाजार क्षेत्र से प्लास्टिक कचरे का संग्रह कर उसे उचित निस्तारण हेतु एकत्रित किया गया। साथ ही स्थानीय नागरिकों, दुकानदारों एवं होटल व्यवसायियों को स्वच्छता बनाए रखने, प्लास्टिक के न्यूनतम उपयोग तथा आसपास साफ-सफाई रखने के लिए जागरूक किया गया।स्वच्छता अभियान में प्रशासन का भी महत्वपूर्ण सहयोग रहा।
उपजिलाधिकारी कार्यालय, खंड विकास अधिकारी कार्यालय एवं नगर पंचायत की ओर से कूड़ा वाहन और सफाई कर्मियों की व्यवस्था की गई। स्वास्थ्य विभाग की ओर से सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी तनुजा उनियाल ने भी अभियान में सहभागिता की।
कार्यक्रम का संचालन युवक मंगल दल अध्यक्ष अभिराज रौतेला एवं ग्राम पंचायत झाला के वार्ड सदस्य सुरेश राणा के नेतृत्व में किया गया। अभियान में युवक मंगल दल के सदस्य, स्थानीय नागरिक, होटल व्यवसायी तथा विभिन्न विभागों के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। इस अवसर पर दीपक (जिला सफाई कर्मी), भगवान सिंह, अमित शाह, नत्थी रौतेला सहित अन्य स्थानीय लोग भी मौजूद रहे।
ग्राम पंचायत झाला की ओर से सभी सहयोगी विभागों,जनप्रतिनिधियों,युवक मंगल दल,स्वास्थ्य विभाग एवं स्थानीय व्यवसायियों का आभार व्यक्त करते हुए भविष्य में भी सामूहिक सहभागिता से हर्षिल घाटी को स्वच्छ एवं पर्यावरण-संवेदनशील बनाए रखने की अपील की गई।
उल्लेखनीय है कि ‘थैंक यू नेचर’अभियान उत्तरकाशी जिले के ग्राम झाला में स्थानीय युवाओं की ओर से प्रारंभ किया गया एक अनुकरणीय स्वच्छता अभियान है,जिसकी प्रधानमंत्री मोदी की ओर से ‘मन की बात’ कार्यक्रम में भी सराहना की जा चुकी है। यह अभियान कचरा प्रबंधन, विशेषकर प्लास्टिक रीसाइक्लिंग, के क्षेत्र में एक सफल मॉडल के रूप में उभरा है।
हिन्दुस्थान समाचार / चिरंजीव सेमवाल



