कुमाऊं विवि को भारतीय ज्ञान परंपरा पर दो राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रमों की जिम्मेदारी

-देश के केवल चार विश्वविद्यालयों को यह दायित्व सौंपा गया है

नैनीताल, 6 दिसंबर (हि.स.)। कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के मदन मोहन मालवीय शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र में भारतीय ज्ञान परम्परा पर आधारित दो राष्ट्रीय स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। यह प्रशिक्षण शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के भारतीय ज्ञान प्रणाली प्रकोष्ठ तथा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सहयोग से आयोजित होगा। देश के केवल चार विश्वविद्यालयों को यह दायित्व सौंपा गया है, जिनमें कुमाऊं विश्वविद्यालय का चयन होना उल्लेखनीय उपलब्धि माना जा रहा है।

केन्द्र की निदेशक प्रो. दिव्या जोशी ने बताया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य देशभर के उच्च शिक्षण संस्थानों में भारतीय ज्ञान परम्परा को पाठ्यक्रम में प्रभावी रूप से समाहित करने हेतु शिक्षक क्षमता को मजबूत बनाना है। इससे प्रतिभागियों को भारतीय बौद्धिक परम्पराओं की मूल अवधारणाओं और व्यवहारिक प्रशिक्षण की विशेष जानकारी मिलेगी।

प्रो. रीतेश साह ने बताया कि यह प्रशिक्षण शिक्षण-अधिगम के भारतीय मॉडल, पाठ्यक्रम समेकन, नवीन शिक्षण उपकरणों तथा श्रेष्ठ शैक्षणिक प्रथाओं को समझने का अवसर प्रदान करेगा। यह पहल विश्वविद्यालयों को स्वदेशी ज्ञान परम्परा के संरक्षण व संवर्धन में समर्थ बनाती है। राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत 14 दिसम्बर को एक दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यक्रम तथा 15 से 20 दिसम्बर तक छः दिवसीय आधारभूत प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित होगा, जिसमें देशभर से ऑनलाइन चयनित शिक्षक एवं शोधार्थी प्रतिभाग करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी