सुंदरनगर-सोलन में मनाली से भी ज्यादा ठंड, मैदानी इलाके शिमला-कुफ़री से सर्द

शिमला, 05 दिसंबर (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश में दिसंबर की शुरुआत से ही प्रचंड सर्दी का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है और स्थिति यह है कि मैदानी तथा मध्यपर्वतीय इलाके भी अब पहाड़ों से ज्यादा ठंडे हो गए हैं। शुक्रवार सुबह सुंदरनगर और सोलन का पारा मनाली से भी नीचे दर्ज किया गया, जबकि कई मैदानी शहर शिमला और कुफ़री से अधिक ठंडे रहे। एक दर्जन शहरों का न्यूनतम तापमान 5 डिग्री से नीचे पहुंच गया। इससे प्रदेश में सर्दी का असर बेहद तीखा हो गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य में पिछले 24 घंटों में तापमान में गिरावट दर्ज हुई है और औसतन न्यूनतम तापमान सामान्य से 0.6 डिग्री सेल्सियस कम पाया गया है।

सुंदरनगर में आज न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री, सोलन में 2.1 डिग्री और मनाली में 3.4 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि राजधानी शिमला का न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री और पर्यटन स्थल कुफ़री का तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस रहा। इसी तरह भुंतर 2.5, धर्मशाला 6.8, ऊना 5.5, नाहन 9, पालमपुर 4.5, कांगड़ा 5.6, मंडी 3.7, बिलासपुर 7.0, हमीरपुर 3.8, जुब्बड़हट्टी 7.6, नारकंडा 4.0, रिकांगपिओ 2.2 और सराहन में 4.9 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम दर्ज हुआ। लाहौल-स्पीति में पारा शून्य से नीचे बना हुआ है और दो शहरों में तापमान माइनस में दर्ज किया गया। ताबो आज सबसे ठंडा स्थान रहा जहां न्यूनतम तापमान -8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जबकि कुकुमसेरी में पारा -5.2 डिग्री तक लुढ़क गया। जनजातीय जिला किन्नौर के कल्पा में भी तापमान -0.2 दर्ज हुआ।

कड़ाके की ठंड के बीच जनजातीय क्षेत्रों में प्राकृतिक जलस्त्रोत जम गए हैं और स्थानीय लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। लाहौल स्पीति में कई नालों व झरनों का पानी बर्फ में तबदील हो गया है।

उधर मैदानी क्षेत्रों में कोहरे ने जनजीवन प्रभावित किया है। बिलासपुर में शुक्रवार सुबह घने कोहरे से दृश्यता मात्र 100 मीटर तक सीमित हो गई, जबकि मंडी में दृश्यता 500 मीटर दर्ज हुई। मौसम विभाग ने अगले दो दिन मैदानी जिलों के कुछ स्थानों पर घने कोहरे को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आज राज्य में धूप खिली रहेगी, लेकिन उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी की संभावना बनी हुई है। कल यानी 6 दिसंबर को मौसम साफ रहेगा। 7 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से पहाड़ों में मौसम के बिगड़ने का अनुमान है, जिसके चलते मध्य और उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी हो सकती है, हालांकि मैदानों में किसी बड़े परिवर्तन की संभावना नहीं है। 8, 9, 10 और 11 दिसंबर को मौसम सामान्य और साफ रहने की संभावना जताई गई है।

इस बार दिसंबर में बारिश और बर्फबारी के अभाव ने सर्दी को और तेज बना दिया है। प्रदेश में एक माह से बादल नहीं बरसे हैं, जिससे खेतों में नमी कम हो गई है और किसान फसलों की बिजाई में परेशानी का सामना कर रहे हैं। गेहूं सहित अन्य रबी फसलों की बिजाई पर सीधा प्रभाव पड़ रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / उज्जवल शर्मा