सीजेआई के दौरे से पहले न्यायिक अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा गुरुग्राम जेल

-भारत के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत छह दिसंबर को भौंडसी कारागार में आईटीआई का करेंगे शुभारंभ

गुरुग्राम, 1 दिसंबर (हि.स.)। मुख्य न्यायाधीश के प्रस्तावित दौरे को ध्यान में रखते हुए महानिरीक्षक (कारागार) बी. सतीश बालन व न्यायिक अधिकारियों का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को जिला कारागार भौंडसी पहुंचा। न्यायिक अधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय से एडीजे अमित ग्रोवर, सुनील चौहान एडीजे, सुनील दीवान एडीजे, महावीर सिंह एडीजे, रजत सीजेएम, जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सचिव एवं सीजेएम राकेश कादियान भी शामिल रहे।

जिला कारागार भौंडसी में कैदियों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से स्थापित नव-निर्मित आईटीआई का शुभारंभ आगामी छह दिसंबर को भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सूर्यकांत द्वारा किया जाएगा। इस आईटीआई के माध्यम से कैदियों को तकनीकी शिक्षा एवं व्यावहारिक प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे वे रिहाई के बाद सम्मानजनक आजीविका के साथ समाज में पुन: स्थापित हो सकें।

निरीक्षण के दौरान महानिरीक्षक ने कारागार में आईटीआई से संबंधित अवसंरचना, प्रशिक्षण क्षमताओं तथा सुविधाओं का अवलोकन करते हुए तैयारियों को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कारागार अधीक्षक और अन्य अधिकारियों से तैयारियों की विस्तृत जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, ताकि सभी व्यवस्थाएं मुख्य न्यायाधीश के आगमन से पूर्व सुचारू और मानकों के अनुरूप पूरी हो सकें। कारागार अधीक्षक विवेक चौधरी ने कार्यक्रम को लेकर महानिरीक्षक को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुख्य न्यायाधीश छ: दिसंबर को पहले जिला कारागार में स्किल डेवलपमेंट सेंटर और निर्माण सदन का दौरा करेंगे। इसके उपरांत वे आरटीसी, भोंडसी में सेमिनार को संबोधित करेंगे। एडीजे अमित ग्रोवर ने कहा कि आईटीआई सहित विभिन्न कौशल केंद्र कैदियों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में अत्यंत प्रभावी साबित होंगे।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर