रूस ने यूक्रेन की ऊर्जा व परिवहन संरचना पर किया बड़ा हमला, कई क्षेत्रों में बिजली गुल
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- Dec 06, 2025
कीव, 06 दिसंबर (हि.स.)। रूस ने शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात यूक्रेन पर बड़े पैमाने पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिनसे आठ क्षेत्रों में बिजली ढांचे को गंभीर नुकसान पहुंचा। अधिकारियों और अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) के अनुसार, कई हिस्सों में ब्लैकआउट हुआ और परमाणु संयंत्रों को उत्पादन घटाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
पिछले कुछ सप्ताहों में रूस ने यूक्रेन के ऊर्जा तंत्र और महत्वपूर्ण ढांचों पर प्रहार तेज कर दिए हैं। सर्दी बढ़ने और युद्ध को चार वर्ष पूरे होने के करीब आते देख बिजली घरों, हीटिंग प्लांटों और रेलवे केंद्रों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। इस बीच, संघर्ष समाप्त करने के लिए अमेरिका की मध्यस्थता में हुई ताजा वार्ताओं में भी कोई ठोस प्रगति नहीं हुई।
आईएईए ने बताया कि यूक्रेन के तीन सक्रिय परमाणु संयंत्र, जो देश की आधी से अधिक बिजली उपलब्ध कराते हैं, क्षेत्र में “व्यापक सैन्य गतिविधियों” के कारण अपनी क्षमता कम करने पर मजबूर हुए।
यूक्रेनी सेना के अनुसार, रूस ने रातभर में 653 ड्रोन और 51 मिसाइलें दागीं, जिनमें से 585 ड्रोन और 30 मिसाइलों को मार गिराया गया। ऊर्जा मंत्रालय ने बताया कि चेर्निहिव, ज़ापोरिज़्झिया, ल्वीव और ड्निप्रोपेत्रोव्स्क क्षेत्रों में बिजली व हीटिंग सुविधाएं प्रभावित हुईं। दक्षिणी ओडेसा क्षेत्र में 9,500 उपभोक्ता हीटिंग से और 34,000 जलापूर्ति से वंचित रहे। हमलों के कारण ओडेसा के बंदरगाह पर कुछ ढांचा ठप हो गया और वहाँ अस्थायी रूप से जनरेटर से बिजली आपूर्ति की जा रही है।
मंत्रालयों ने कहा कि सुरक्षा हालात अनुकूल होते ही मरम्मत कार्य शुरू कर दिया गया है और उपभोक्ताओं की आपूर्ति बहाल करने के प्रयास जारी हैं।
रेलवे भी बना निशाना
कीव के पास फास्टिव इलाके में स्थित एक बड़े रेलवे केंद्र को भी नुकसान पहुंचा। राज्य संचालित रेलवे कंपनी उक्रज़ालिज़नित्सिया ने बताया कि डिपो और कई डिब्बे क्षतिग्रस्त हुए, हालांकि किसी हताहत की पुष्टि नहीं हुई। कंपनी को कीव और चेर्निहिव के आसपास कई उपनगरीय ट्रेनों को रद्द करना पड़ा।
यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्रि सिबिगा ने कहा कि रूस किसी भी शांति प्रयास की उपेक्षा करते हुए नागरिक ढांचे, ऊर्जा प्रणाली और रेलवे पर हमला कर रहा है। उनके अनुसार, यह स्थिति बताती है कि यूक्रेन को मजबूत करने और रूस पर दबाव बढ़ाने के फैसलों में देरी नहीं की जानी चाहिए।
रूस का दावा और पोलैंड की प्रतिक्रिया
रूसी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि उसके “सटीक और लंबी दूरी के हथियारों” से किए गए हमले यूक्रेन के सैन्य-औद्योगिक प्रतिष्ठानों, उनसे जुड़े ऊर्जा ढांचे और सैन्य गतिविधियों में प्रयुक्त बंदरगाहों को निशाना बनाने के लिए थे। मंत्रालय ने कहा कि इसमें किंझाल हाइपरसोनिक मिसाइलों और लंबी दूरी के ड्रोन का प्रयोग शामिल था।
इधर, यूक्रेन पर हमलों के बीच पड़ोसी पोलैंड में भी खतरे की चेतावनियां बज उठीं। ल्यूबार्तुव इलाके में सुबह-सुबह सायरन बजने से लोग सतर्क हो गए। पोलिश वायुसेना ने अपने लड़ाकू जेट तुरंत सक्रिय किए, हालांकि सैन्य अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि पोलैंड के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन नहीं हुआ।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय



