युवा राजपूत सभा ने मेडिकल कॉलेज में भेदभावपूर्ण प्रवेश को लेकर एसएमवीडी श्राइन बोर्ड के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया
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- Dec 01, 2025
जम्मू, 1 दिसंबर (हि.स.)। युवा राजपूत सभा (वाईआरएस) ने आज तवी ब्रिज पर महाराजा हरि सिंह जी की प्रतिमा के पास एक विशाल और शक्तिशाली विरोध प्रदर्शन किया जिसमें सभा ने श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) की कड़ी निंदा की जिसे सभा ने बोर्ड द्वारा संचालित मेडिकल कॉलेज में भेदभावपूर्ण और असंवेदनशील प्रवेश प्रक्रिया करार दिया। सभा ने इस बात पर गहरा दुख व्यक्त किया कि 50 में से 42 सीटें गैर-हिंदू छात्रों को आवंटित की गईं और इस कदम को हिंदू छात्रों के साथ गंभीर अन्याय और माता वैष्णो देवी के करोड़ों भक्तों की भावनाओं पर सीधा हमला बताया।
वाईआरएस के सैकड़ों सदस्यों और स्वयंसेवकों ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया, नारे लगाए और प्रवेश सूची की तत्काल समीक्षा की मांग की।
विरोध का नेतृत्व अध्यक्ष वाईआरएस ने किया। मनदीप सिंह रिंपी ने अपने संबोधन में कहा कि श्राइन बोर्ड का अस्तित्व हिंदू समुदाय की आस्था, भक्ति और प्रसाद के कारण है और इसलिए बोर्ड द्वारा संचालित किसी भी संस्थान को पहले हिंदू युवाओं के अधिकारों और आकांक्षाओं की रक्षा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गैर-हिंदू छात्रों को 50 में से 42 प्रवेश देना न केवल एक अनियमितता है बल्कि हिंदू उम्मीदवारों के खिलाफ भेदभाव का स्पष्ट मामला है।
उन्होंने कहा कि सभा न केवल एमबीबीएस कार्यक्रम में बल्कि श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय द्वारा संचालित सभी शैक्षणिक और व्यावसायिक धाराओं में हिंदू छात्रों को प्राथमिकता सुनिश्चित करने वाले अनिवार्य प्रावधान तैयार करने की मांग करती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि देश भर में धार्मिक बोर्डों द्वारा वित्त पोषित संस्थानों में पहले से ही समुदाय-केंद्रित प्रावधान हैं और इसे एसएमवीडीएसबी द्वारा अक्षरश: लागू किया जाना चाहिए। रिम्पी ने चेतावनी दी कि यदि सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए तो वाईआरएस पूरे केंद्र शासित प्रदेश में अपना आंदोलन तेज करने के लिए मजबूर होगा।
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हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता



