धारचूला में बायर–सेलर मीट से ग्रामीण उद्यमिता की नई उड़ान

देहरादून, 2 दिसंबर (हि.स.)। पिथौरागढ़ जिले के धारचूला ब्लॉक में ग्रामोत्थान परियोजना के अंतर्गत एक दिवसीय बायर–सेलर मीट व योजनात्मक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में ग्राम्य विकास के सचिव धीरज सिंह गर्बियाल उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण उद्यमियों व स्थानीय उत्पादों को बाज़ार, ब्रांडिंग और वैल्यू चेन से जोड़ना है।

इस अवसर पर ग्राम्य विकास के सचिव धीरज सिंह गर्बियाल ने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए बहु-आयामी आजीविका को अपनाना समय की मांग है। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण महिलाएं व किसान एक-दो गतिविधियों पर निर्भर न रहें, मत्स्य, पशुपालन, उद्यान, मधुमक्खी व प्रसंस्करण से जुड़े वैकल्पिक आजीविका मॉडल अपनाएं, सी-बकथॉन आधारित उत्पादों को बढ़ावा दिया जाए और होमस्टे संचालकों के लिवए विशेष प्रशिक्षण आयोजित कर स्थानीय पर्यटन को ग्रामीण उत्पादों से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि वैल्यू चेन लेह–लद्दाख मॉडल की तरह क्षेत्र में भी उच्च आय, निर्यात और बड़े रोजगार अवसर पैदा कर सकती है। साथ ही विभागों को ब्रांडिंग और मार्केट लिंकिंग तेजी से बढ़ाने के निर्देश दिए। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि ऐसे आयोजनों से जिले की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई गति मिलती है और विभाग–उद्यमी समन्वय और मजबूत होता है।

स्थानीय उत्पादों की चमक बढ़ी, खरीदारों से सीधा संवाद

मीट में क्षेत्रीय उद्यमियों के स्टॉल आकर्षण का केंद्र रहे। स्टार में देवभूमि चित्रकला, प्राइड ऑफ हिमालय, बेरीनाग टी, सोर संगम, प्रियंका ऐपन आर्ट, उत्तरापथ, मुख्यमंत्री उद्यमशाला आदि प्रमुख रहे। यह मंच उद्यमियों को संभावित खरीदारों, व्यापारिक प्रतिनिधियों व बाज़ार से त्वरित जोड़ प्रदान करने में कारगर साबित हुआ। कार्यक्रम में ग्रामीणों, महिलाओं, युवाओं और विभागीय अधिकारियों की उत्साहपूर्ण उपस्थिति रही। प्रतिभागियों ने इसे अत्यंत उपयोगी व प्रेरणादायक पहल बताया।

हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल