वडोदरा में नाबालिग के साथ गैंग रेप मामले में पांच आरोपित गिरफ्तार

-घटना के 48 घंटे बाद पुलिस को मिली सफलता

-क्राइम ब्रांच अब आरोपितों को जिला पुलिस को करेगा हवाले

वडोदरा, 7 अक्टूबर (हि.स.)। जिले के सायली क्षेत्र में 4 अक्टूबर की रात नाबालिग से गैंग रेप मामले में क्राइम ब्रांच ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन मूलत: उत्तर प्रदेश के हैं।

दरअसल, वडोदरा के समीप भायली गांव की सीमा में सूनसान रोड पर 4 अक्टूबर की रात 11.30 बजे के आसपास 11वीं साइंस की छात्रा अपने के मित्र के साथ इस सूनसान क्षेत्र में डिवाइडर पर बैठकर बातें कर रही थीं। इसी बीच दो बाइक से पांच लोग यहां पहुंचे और इनमें से तीन लाेग वहां रुक गए। तीनों में से एक युवक ने पीड़िता के मित्र को पकड़ा, जबकि दो अन्य ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया।

इस घटना के बाद पूरे राज्य में हड़कंप मंच गया। विपक्षी पार्टियां कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता भी मैदान में आ गए। दोनों पार्टियों ने राज्य में विधि व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरा। इसके बाद गृह मंत्री हर्ष संघवी ने भी मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। वडोदरा जिला पुलिस और अहमदाबाद क्राइम ब्रांच जांच में जुट गई थी।

पुलिस ने एक हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे चेक किए। पुलिस ने एक साै से अधिक हिस्ट्रीशीटरों के फोटो के साथ आरोपितों की पहचान कराने की भी कोशिश की। जिला पुलिस ने 50 से अधिक संदिग्धों को पकड़ कर पूछताछ की, लेकिन बाद में सभी को छोड़ दिया गया। तमाम

लाेगाें के बाद पुलिस ने आरोपितों के बारे में जानकारी मिली। पुलिस ने इस मामले में पांच लाेगाें काे गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन मुख्य आरोपित मुन्ना अबास वणजारा, मुमताज जुबेदार और शाहरूख मूलत: उत्तर प्रदेश से 19 वर्ष पहले वडोदरा आए थे और पीओपी का काम कर रहते थे। पुलिस ने इनके पास से एक बाइक भी बरामद की है।

पीड़िता के फोन से मिले महत्वपूर्ण सुराग: पुलिस आयुक्त

पुलिस आयुक्त नरसिम्हा कुमार ने बताया कि आरोपितों के विरुद्ध बीएनएस और पोक्सो के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। जांच के दौरान भौतिक साक्ष्य एकत्रित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि घटना के बाद आरोपित युवक पीड़िता का मोबाइल ले गए थे, उसी के आधार पर पुलिस आरोपितों तक पहुंच सकी। जांच में बात सामने आई कि पीड़िता के देर रात तक घर न लौटने पर उसकी मां उसे बार-बार फोन कर रही थी। तभी एक आरोपित ने पीड़िता की मां का फोन उठाकर 5 से 7 सेकेंड बाद उसे काट दिया था। यही महत्वपूर्ण साबित हुआ, जिससे आरोपित पकड़े गए। बाद में आरोपितों ने मोबाइल को नष्ट कर दिया था। इस केस में एक लाख से अधिक कॉल को ट्रेस किया गया। तीनों आरोपितों को उनके घर से पकड़ा गया। तीनों एक अल्पसंख्यक समाज के होने के साथ पीओपी का काम करते हैं।

रिपोर्ट के लिए पीड़ितों के दोस्तों ने दिलाई हिम्मत

जानकारी के अनुसार भायली के समीप कक्षा 11वीं की छात्रा के साथ गैंग रेप के बाद पीड़िता का परिवार प्राथमिकी दर्ज कराने को तैयार नहीं था। लेकिन छात्रा के दोस्तों ने इस घटना के संबंध में पुलिस को जानकारी देने के लिए उसे हिम्मत दी। इसके बाद पीड़िता घटनास्थल से सीधे पुलिस थाने पहुंच गई।

हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय

   

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