राज्य भर के पुलिस स्टेशनों के लिए 139 नए वाहनों को हरी झंडी दिखाई

अपराध से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए पंजाब पुलिस को अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे से लैस किया जाएगा: मुख्यमंत्री

राज्य से नशीले पदार्थों की बुराई को मिटाने का संकल्प

 बीएसएफ की रिपोर्ट से पता चलता है कि सीमा पार से मादक पदार्थों की तस्करी में कमी आई है

 फिल्लौर (जालंधर) पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने गुरुवार को घोषणा की कि राज्य सरकार पंजाब पुलिस को सर्वोत्तम बुनियादी सुविधाओं से लैस कर रही है और इसे वैज्ञानिक आधार पर आधुनिक बना रही है ताकि यह कानून एवं व्यवस्था की स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने में सक्षम हो सके।राज्य भर के पुलिस थानों के लिए 139 नए वाहनों को हरी झंडी दिखाने के बाद उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पहल से राज्य भर के 454 पुलिस थानों के स्टेशन हाउस अधिकारियों (एसएचओ) को नए वाहन मिल गए हैं। उन्होंने कहा कि यह पहले की प्रवृत्ति के विपरीत है जब नये वाहन जमीनी स्तर के अधिकारियों के बजाय शीर्ष अधिकारियों को दिये जाते थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि एसएचओ पंजाब पुलिस का असली चेहरा हैं क्योंकि वे सीधे लोगों से जुड़े होते हैं और कानून व्यवस्था बनाए रखने की बड़ी जिम्मेदारी उनके पास होती है।मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमावर्ती राज्य होने के कारण राज्य के प्रति शत्रुतापूर्ण कई ताकतें राज्य की कड़ी मेहनत से अर्जित शांति को भंग करने के लिए नापाक साजिशें रच रही हैं, लेकिन पंजाब पुलिस ने हमेशा ऐसे प्रयासों को विफल किया है। उन्होंने कहा कि राज्य के सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों पर काबू पाने के लिए यह जरूरी है कि पुलिस बल को जांच, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उन्नत आवश्यकताओं के अनुसार अद्यतन किया जाए। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि पंजाब पुलिस पूरी पेशेवर प्रतिबद्धता के साथ लोगों की सेवा करने की शानदार विरासत को कायम रखेगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि 70 प्रतिशत नशीले पदार्थ ड्रोन के जरिए सीमा पार पाकिस्तान से तस्करी कर लाए जाते हैं और बाद में राज्य में आपूर्ति किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ड्रोन की आवाजाही पर रोक लगाने के लिए ड्रोन रोधी तकनीक शुरू करने के लिए बीएसएफ के साथ हाथ मिलाया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि राज्य सरकार के ठोस प्रयासों के कारण नशा तस्करी में भारी कमी आई है, क्योंकि बीएसएफ की एक रिपोर्ट में सख्त प्रवर्तन के कारण सीमा पार से होने वाली खेपों में गिरावट का संकेत दिया गया है।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पुलिस की कमी को दूर करने के लिए पंजाब पुलिस में हर साल 1800 कांस्टेबल और 300 सब इंस्पेक्टरों की भर्ती करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इन 2100 पदों के लिए हर साल लगभग 2.50 लाख अभ्यर्थी आवेदन करते हैं, इसलिए सभी अभ्यर्थी शिक्षा के साथ-साथ परीक्षा पास करने के लिए अपने शरीर को भी बेहतर बनाने में जुट जाएंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इससे उनकी असीमित ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाने में मदद मिल रही है और उन्हें नशे की बुराई से दूर रहने में भी मदद मिल रही है।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पंजाब में नशे की समस्या की रीढ़ तोड़ने के लिए इसके खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू की है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही नशीले पदार्थों की सप्लाई लाइन को तोड़ दिया है और इस जघन्य अपराध में शामिल बड़ी मछलियों को सलाखों के पीछे डाल दिया गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहली बार राज्य सरकार द्वारा नशा तस्करों की अवैध रूप से अर्जित संपत्ति को नष्ट/जब्त किया जा रहा है ताकि यह दूसरों के लिए एक निवारक के रूप में कार्य करे।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने सत्ता में आने के 36 महीनों में युवाओं को रिकॉर्ड लगभग 55,000 नौकरियां दी हैं। उन्होंने कहा कि यह उनके लिए बहुत गर्व और संतोष की बात है कि सभी नौकरियां पूरी तरह से योग्यता के आधार पर दी गई हैं, बिना किसी भ्रष्टाचार या भाई-भतीजावाद के। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि ये युवा इन संबंधित विभागों से जुड़कर राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास में सक्रिय भागीदार बनेंगे।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है तथा किसी भी भ्रष्ट अधिकारी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि हर भ्रष्ट अधिकारी को पकड़ा जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार लोगों को उनके घरद्वार पर नागरिक केन्द्रित सेवाएं प्रदान करके पारदर्शिता, प्रभावशीलता और जवाबदेही लाने के लिए तत्परता से काम कर रही है।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने एक अनूठी योजना शुरू की है, जिसके तहत राज्य सरकार के वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस अधिकारी राज्य भर के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों के मार्गदर्शक के रूप में कार्य करेंगे और उन्हें जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी आईएएस और आईपीएस अधिकारी राज्य के एक सरकारी स्कूल का मार्गदर्शन करेंगे, जहां वे छात्रों और शिक्षकों के साथ बातचीत के माध्यम से शिक्षा के माहौल को और मजबूत करेंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य विद्यार्थियों को प्रतिष्ठित सेवाओं में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करके उनके जीवन में बदलाव लाना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का यह महत्वाकांक्षी कार्यक्रम विद्यार्थियों के सपनों को पंख देगा और जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल करेगा।इससे पहले, पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्यों का स्वागत किया।

   

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