उर्वरक डीलरों के लिए एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन पर 15 दिवसीय प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम का हुआ समापन
- Neha Gupta
- Feb 15, 2025
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कठुआ 15 फरवरी । कृषि विज्ञान केंद्र कठुआ ने डीलरों के लिए एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन पर 15 दिवसीय प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम का समापन किया। यह कार्यक्रम कुलपति डॉ. बीएन त्रिपाठी एसकेयूएएसटी जम्मू के नेतृत्व और डॉ. अमरीश वैद निदेशक विस्तार एसकेयूएएसटी जम्मू के मार्गदर्शन में शुरू किया गया था।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उर्वरक डीलरों को एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन के बारे में परिचित कराना और उन्हें उर्वरक डीलरशिप के लिए अपने लाइसेंस को नवीनीकृत करने में सक्षम बनाना था। इस पाठ्यक्रम में 22 प्रतिभागियों ने भाग लिया। डॉ. अमरीश वैद ने मुख्य अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम के समापन समारोह की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम डॉ. विशाल महाजन मुख्य वैज्ञानिक एवं प्रमुख केवीके-कठुआ के मार्गदर्शन और निर्देश के तहत आयोजित किया गया था। शुरुआत में उन्होंने प्रतिभागियों को केवीके के अधिदेशों और गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने निकट भविष्य में इनपुट डीलरों के लिए इस 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के महत्व के बारे में विस्तार से बताया। इस 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वय डॉ. विशाल शर्मा वैज्ञानिक-कृषि विज्ञान केवीके-कठुआ द्वारा किया गया, उन्होंने 15 दिनों के लिए आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रस्तावना दी। प्रतिभागियों को कठुआ के कृषि विभाग की मृदा प्रयोगशाला और अन्य इकाइयों और कठुआ के प्रगतिशील किसानों के आईएफएस फार्म में से एक का दौरा करने का भी अवसर मिला।
डॉ. अमरीश वैद ने आशा व्यक्त की कि आईएनएम पर यह पाठ्यक्रम प्रतिभागियों की जरूरतों को पूरा करेगा और इसके सार्थक परिणाम होंगे जो एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन पर प्रतिभागियों के ज्ञान को बढ़ाने में काफी मदद करेंगे। उन्होंने कृषि उत्पादन बढ़ाने और किसानों की आय दोगुनी करने के लिए नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने पर जोर दिया। डॉ. बर्जेश अजरावत मुख्य वैज्ञानिक (कृषि विस्तार) ने प्रतिभागियों को एफपीओ, स्वयं सहायता समूहों, एचएडीपी परियोजना योजनाओं और कई अन्य विषयों के बारे में अपने ज्ञान से परिचित कराया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान मुख्य वैज्ञानिक (पौधा संरक्षण) डॉ. अनामिका जामवाल ने भी अपनी विशेषज्ञता प्रदान की। इस कार्यक्रम में डॉ. अजय कुमार, विजय कुमार, नीरज सिंह, सुशांत शर्मा, अमित कुमार, राज कुमार, ऋषव शर्मा और केवीके-कठुआ के अन्य कर्मचारियों ने योगदान दिया।
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