बिना दस्तावेज के दो माह से पडधरी तहसील के एक गांव में रह रहे थे दाेनाें घुसपैठिए
अहमदाबाद, 25 जनवरी (हि.स.)। गुजरात की राजकोट ग्रामीण स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने दो बांग्लादेशी घुसपैठिए को पकड़ा है। दोनों व्यक्ति मूल रुप से मोनीरामपुर, जोसर थाना, जिला जोसर ढाका (बांग्लादेश) के रहने वाले बताए गए हैं। गणतंत्र दिवस के एक दिन पूर्व दोनों के भारत आने की मंशा काे लेकर पूछताछ की जा रही है।
राजकोट रेंज पुलिस महानिरीक्षक अशोक कुमार यादव और पुलिस अधीक्षक हिमकर सिंह ने गणतंत्र दिवस के आयोजन को लेकर सभी थानों को घुसपैठियों के संबंध में अलर्ट जारी किया था। इस आदेश को लेकर राजकोट ग्रामीण एसओजी टीम पेट्रोलिंग कर रही थी। इस दौरान जिले की पडधरी तहसील के रंगपर गांव पाटिया के पास मारुति सोसायटी के ब्लॉक नंबर 3 में जांच के दाैरान 2 बांग्लादेशी घुसपैठिए के होने की जानकारी मिली। दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उनके पास से भारत के आधार कार्ड समेत किसी तरह के कोई भी दस्तावेज नहीं मिले। पूछताछ में दोनों ने अपने नाम सोहिल हुसैन याकूब अली (30) और रीपोन हुसैन अमीरूल इस्लाम (28) बताएं।
एसओजी के अनुसार दोनों आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि वे बांग्लादेश के बोमरा बॉर्डर और भारत के बोंगा बॉर्डर जंगल क्षेत्र से दाेनाें पहले कोलकाता पहुंचे। इसके बाद हावड़ा एक्सप्रेस से अहमदाबाद और फिर राजकोट आ गए। दो माह से वे मजदूरी का काम करते हुए राजकोट की पडधरी तहसील के रंगपर पाटिया के पास मारुति सोसायटी में रह रहे थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय