उत्कृष्ट चिकित्सकीय सेवा से रोगियों को मिलेगी नई रोशनी : कुलपति
- Admin Admin
- Mar 02, 2025

गोरखपुर, 2 मार्च (हि.स.)। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर के गुरु गोरक्षनाथ इंस्टीट्यूटऑफ मेडिकल साइंसेज द्वारा नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन महायोगी गोरखनाथ चिकित्सालय में किया गया। शिविर में 228 मरीजों की जांच की गई।
शिविर का उद्घाटन महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुरिंदर सिंह, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अनुराग श्रीवास्तव एवं नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. एपी त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर कुलपति प्रो. सुरिंदर सिंह ने कहा कि समाज में गरीब और जरूरतमंद वर्ग के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का महत्व अत्यधिक है। इस शिविर का प्रमुख उद्देश्य लोगों के बीच नेत्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना और मोतियाबिंद जैसी गंभीर आंखों की बीमारी का समय रहते इलाज करना है। उन्होंने कहा कि पूर्ण विश्वास है इस शिविर में आए नेत्र रोगियों को उत्कृष्ट चिकित्सकीय सेवा से नई रोशनी मिलेगी। कुलपति ने कहा कि मोतियाबिंद से आंखों की लेंस धुंधली हो जाती है और व्यक्ति की दृष्टि धुंधली या पूरी तरह से खराब हो सकती है। यह बीमारी विशेषकर बुजुर्गों में अधिक देखी जाती है, लेकिन समय पर इलाज से इससे बचा जा सकता है।
शिविर में आए मरीजों के नेत्र परीक्षण के बाद मोतियाबिंद के मरीजों को ऑपरेशन कराने की सलाह दी गई। अन्य को मुफ्त दवाएं और जरूरत के अनुसार चश्मे दिए गए। शिविर के दौरान, मरीजों को यह समझाया गया कि आंखों की देखभाल में नियमित रूप से जांच कराना और उचित आहार लेना कितना महत्वपूर्ण है। डॉक्टरों ने यह भी बताया कि उम्र बढ़ने के साथ आंखों की समस्याओं का बढ़ना स्वाभाविक है, लेकिन नियमित जांच और इलाज से इन्हें नियंत्रित किया जा सकता है। शिविर में नेत्र टेक्नीशियन आकांक्षा शुक्ला, ओटी टेक्नीशियन शुभ पांडेय एवं लैब टेक्नीशियन तथा संबंधित स्टाफ ने कुल 228 मरीजों का नेत्र परीक्षण कर नि:शुल्क दवाओं का वितरण किया।
हिन्दुस्थान समाचार / प्रिंस पाण्डेय