-दो दर्जन विभागों को 80 दिन में सभी तैयारियां करनी है पूरी
-प्रथम स्नान पर्व 13 जनवरी पौष पूर्णिमा से शुरू हो जाएगा कल्पवास
-सभी तैयारियां समय से होगी पूरी : विजय किरन आनंद
प्रयागराज, 23 अक्टूबर (हि.स.)। तीर्थराज प्रयाग में जनवरी 2025 में लगने वाले महाकुम्भ के तैयारियों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। जबकि कार्यदाई विभाग दिन-रात कार्यों में लगे हुए हैं। पहले स्नान पर्व 13 जनवरी पौष पूर्णिमा से कल्पवास शुरू हो जाएगा। ऐसे में देश-विदेश से लाखों कल्पवासी संगमनगरी में 10 जनवरी से कल्पवास के लिए पहुंचने लगेंगे।
महाकुम्भ का पहला मुख्य स्नान पर्व पौष पूर्णिमा 13 जनवरी को है। ऐसे में प्रथम स्नान पर्व अब सिर्फ 80 दिन शेष हैं। इसमें सभी विभागों को शेष तैयारियां पूरी करनी है। सबसे ज्यादा कार्य नगर निगम, प्रयागराज विकास प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, पर्यटन विभाग और सिंचाई विभाग को करना है। जबकि रेलवे, स्वास्थ्य विभाग, पावर कारपोरेशन सहित अन्य विभागों की तैयारियों से महाकुम्भ के मेलाधिकारी विजय किरन आनंद संतुष्ट हैं। उनका कहना है कि सभी विभागों के कार्यों की मानीटरिंग सुबह-शाम हो रही है। ऐसे में सभी विभागों के कार्य समय से पूरे होंगे और उसका लाभ स्नानार्थियों और श्रद्धालुओं को मिलेगा।
महाकुम्भ में छह प्रमुख स्नान पर्व है। पहला मुख्य स्नान पर्व पौष पूर्णिमा 13 जनवरी, दूसरा मुख्य स्नान पर्व मकर संक्रांति 14 जनवरी को शाही स्नान, तीसरा मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या 29 जनवरी को (दूसरा शाही स्नान), चौथा मुख्य स्नान पर्व बसंत पंचमी 03 फरवरी को (तीसरा शाही स्नान), पांचवां मुख्य स्नान पर्व माघी पूर्णिमा 12 फरवरी को और छठवां एवं अंतिम मुख्य स्नान पर्व महाशिवरात्रि 26 फरवरी को है। इस प्रकार महाकुम्भ 45 दिन का होगा। शासन और मेला प्रशासन के अफसरों ने महाकुंभ में देश और विदेश के 40 करोड़ श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों के तीर्थराज आने की सम्भावना को देखते हुए मेला क्षेत्र एवं शहर में व्यापक स्तर पर सभी विभागों की तैयारियां चल रही है।
महाकुम्भ के मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि सभी विभागों के कार्यों का निरीक्षण मेला प्रशासन के वरिष्ठ अफसर दिन-रात कार्य कर रहे हैं। विभागों के कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है। मेलाधिकारी ने बताया कि बारिश की वजह से लोनिवि, नगर निगम और पीडीए का कार्य शिथिल हुआ था। लेकिन समय से सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएगी। मेलाधिकारी ने बताया कि शहर और मेला क्षेत्र में वाल पेंटिंग का कार्य शुरू हो गया, जो 15 दिसम्बर तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र के फाफामऊ पुल से लेकर दारागंज तक और बदरा सोनौटी से लेकर छतनाग तक गंगा की तरफ से बोल्डर की सड़क का निर्माण तेजी से चल रहा है। बाढ़ की वजह से कार्य थोड़ा प्रभावित हो गया था।
विजय किरन आनंद ने बताया कि लोक निर्माण विभाग और नगर निगम सहित सभी विभागों का कार्य 30 नवम्बर तक पूरा हो जाएगा। पीडीए के उपाध्यक्ष अमित कुमार शर्मा सभी कार्यो की स्वयं मानीटरिंग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि रेलवे के फ्लाईओवर बेगमसराय, चौफटका से कालिंदीपुरम तक, अलोपीबाग फ्लाईओवर सहित अन्य कार्य प्रगति पर है। जबकि मजार चौराहे से लेकर सलोरी तक का फ्लाईओवर शुरू हो गया है। मेलाधिकारी ने बताया कि बड़े हनुमान मंदिर, अलोपीबाग मंदिर और भारद्वाज आश्रम में निर्माणाधीन कारीडोर के कार्य प्रगति पर हैं। उन्होंने कहा कि गंगा और यमुना के बाढ़ का पानी तेजी से घट रहा है ऐसे में मेला क्षेत्र में जमीन समतलीकरण का कार्य शुरू हो गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र