-मलेसिया से सामाग्री आयात कर बनाते थे नकली घी
-5 नमूना लेकर खाद्य एवं औषधि नियामक प्रणाली ने जांच के लिए भेजे
सूरत, 11 जनवरी (हि.स.)। राज्य सरकार के खाद्य एवं औषधि नियामक प्रणाली ने सूरत के ओलपाड स्थित वीर मिल्क प्रोडक्ट एंड मे. श्री आर के इंटरप्राइजेज के शुभ घी ब्रांड का बड़ा जत्था जब्त किया है। जांच टीम ने घी में मिलावट आशंका जताते हुए 5 सैम्पल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा है। घी में केमिकल का इस्तेमाल कर लेबेरेटरी जांच में भी बचने का उपाय किया जाता था, जिसके लिए कई मिलावटी सामग्री मलेसिया से आयात किया जाता था।
राज्य सरकार के खाद्य एवं औषधि नियामक प्रणाली के आयुक्त एच जी कोशिया की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार 11 जनवरी को कार्रवाई में फैक्ट्री से 7.4 टन मिलावट घी और 17.5 टन मिलावट की सामग्री जब्त की गई। मिलावट की सामग्री में वेज फैट, फैटी एसिड मोनो एंड डाइग्लिसराइड, घी का एसेन्स आदि शामिल है। फैक्ट्री में शुभ ब्रांड से गाय का घी बनाकर बेचा जाता था। जब्त की गई सामग्री की कुल कीमत करीब 69 लाख रुपये बताई गई है। विभाग के आयुक्त डा एच जी कोशिया ने बताया कि 11 जनवरी को हुई कार्रवाई में 5 हजार किलो गाय का घी, 2400 किलो शुभ ब्रांड गाय का घी और 140 किलो घी बनाने के लिए मिलावट की सामग्री जब्त की गई है। इसके साथ ही सूरत की ओलपाड तहसील के मास्मा स्थित श्री आर के इंटरप्राइजेज से 2 नमूना लिया गया। 10200 किलोग्राम वेज फैट और 7000 किलो फैटी एसिड मोनो एंड डायग्लिसराइड का जत्था जब्त किया गया। जांच में पता चला कि श्री आर के इंटरप्राइजेज और श्री वीर मिल्क प्रोडक्ट फर्म आपस में जुड़े हैं। श्री आर के इंटरप्राइजेज के मालिक राकेश भरतीया और श्री वीर मिल्क प्रोडक्ट के मालिक भूपेश भरतीया दोनों आपस में भाई हैं। जांच में पता चला कि वेज फैट में मलेशया से आयात कर फैटी एसिड मोनो एंड डायग्लिसराइड और घी का एसेंस मिलाकर मिलावटी घी बनाया जाता था। लेबोरेटरी में इसका पता नहीं चले, इसके लिए केमिकल का उपयोग करते थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय