भीलवाड़ा में 301 विद्यार्थियों ने एनसीपीएसएल के सिंधी भाषा डिप्लोमा कोर्स की परीक्षा दी

भीलवाड़ा में 301 विद्यार्थियों ने एनसीपीएसएल के सिंधी भाषा डिप्लोमा कोर्स की परीक्षा दी 2भीलवाड़ा में 301 विद्यार्थियों ने एनसीपीएसएल के सिंधी भाषा डिप्लोमा कोर्स की परीक्षा दी

भीलवाड़ा, 13 जनवरी (हि.स.)। भीलवाड़ा के हरि सेवा संस्कृत विद्यालय में भारतीय सिंधु सभा न्यास के माध्यम से राष्ट्रीय सिंधी भाषा एवं विकास परिषद (एनसीपीएसएल) की सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा एवं एडवांस डिप्लोमा कोर्स की परीक्षाएं सफलता पूर्वक आयोजित की गईं।

सुपरवाइजर ओमप्रकाश गुलाबानी ने बताया कि भीलवाड़ा जिले में कुल 301 विद्यार्थियों ने इस परीक्षा में भाग लिया। ये परीक्षाएं एनसीपीएसएल द्वारा जारी पाठ्यक्रम के अनुसार आयोजित की गईं। पिछले तीन माह से 17 शिक्षा मित्रों और 4 सुपरवाइजरों की देखरेख में नियमित कक्षाएं आयोजित की गई थीं।

परीक्षा से पूर्व महामंडलेश्वर स्वामी हंसराम उदासीन के आशीर्वाद से संत राजाराम ने सभी विद्यार्थियों को नोटबुक और पेन वितरित किए। जयपुर से आए आब्जर्वर इंदर रामनाणी, वीरुमल पुरसानी, हीरालाल गुरनानी, लालचंद नथरानी, पुरषोत्तम परियानी, राजेश माखिजा, किशोर कृपलानी और परमानंद तनवानी ने प्रश्न पत्रों के बंडल की सील खोलकर परीक्षा का शुभारंभ किया।

परीक्षा हॉल का निरीक्षण संत गोविंद राम, गुलाब मीरचंदानी, लक्ष्मण लालवानी, नवीन मानवानी, रेखा बहरवानी और धीरज पेशवानी ने किया। उन्होंने परीक्षा की पारदर्शिता और व्यवस्थित संचालन की सराहना की। इस आयोजन में शिक्षा मित्रों और सुपरवाइजरों ने अपनी अहम भूमिका निभाई। जिला प्रवक्ता पंकज आडवाणी ने बताया कि परीक्षा के सफल संचालन के लिए सभी ने मिलकर अथक प्रयास किया।

एनसीपीएसएल की इन परीक्षाओं के माध्यम से सिंधी भाषा के संरक्षण और प्रचार-प्रसार की दिशा में एक सकारात्मक कदम उठाया गया है। इस परीक्षा ने विद्यार्थियों को सिंधी भाषा और संस्कृति के प्रति जुड़ाव और जागरूकता का अवसर प्रदान किया।

भारतीय सिंधु सभा के संभागीय अध्यक्ष वीरुमल पुरसानी ने बताया कि परीक्षा का सफल आयोजन न केवल सिंधी भाषा के विकास का प्रतीक है, बल्कि इसे नई पीढ़ी में संरक्षित और समृद्ध करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी माना जा रहा है।

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हिन्दुस्थान समाचार / मूलचंद

   

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