पूसीरे के प्रमुख स्टेशनों पर चल रहे 16 रेल कोच रेस्टोरेंट, मिल रहा भोजन करने का विशिष्ट अनुभव

गुवाहाटी, 04 अक्टूबर (हि.स.)। यात्रियों को भोजन का अद्वितीय माहौल प्रदान करने के उद्देश्य से पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे) अपने प्रमुख स्टेशनों पर रेल कोच रेस्टोरेंट खोल रहा है। सर्कुलेटिंग क्षेत्र के रिक्त स्थान पर इन रेस्टोरेंट्स को रणनीतिक रूप से खोला गया है, ताकि रेल यात्रियों के साथ-साथ आम जनता को भी भोजन करने का अवसर मिल सके। पूसीरे ने बेकार पड़े अपने कुछ सवारी कोच, जो ट्रेन परिचालन के लिए अनुपयुक्त हैं, कोच रेस्टोरेंट में बदला है। इन रेल कोच रेस्टोरेंट्स ने यात्रियों और जनता के बीच लोकप्रियता हासिल की है।

पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया कि रेल यात्रियों और आम जनता को भोजन का अद्वितीय अनुभव प्रदान करने के लिए इस समय पूसीरे के प्रमुख स्टेशनों पर 16 कोच रेस्टोरेंट चल रहे हैं। कटिहार मंडल के अंतर्गत न्यू जलपाईगुड़ी एवं कटिहार स्टेशनों पर दो-दो कोच रेस्टोरेंट, दार्जिलिंग, जोगबनी, फारबिसगंज, सिलीगुड़ी, पूर्णिया एवं मालदा कोर्ट स्टेशनों पर एक-एक कोच रेस्टोरेंट स्थापित किए गए हैं। अलीपुरद्वार मंडल में कोकराझार, राजा भात खावा और न्यू कोचबिहार स्टेशनों पर एक-एक कोच रेस्टोरेंट चल रहा है। इसके अलावा, लमडिंग मंडल के गुवाहाटी और लमडिंग स्टेशन पर एक-एक कोच रेस्टोरेंट और तिनसुकिया मंडल के न्यू तिनसुकिया स्टेशन पर एक कोच रेस्टोरेंट चल रहा है।

यात्रियों के आकर्षण के लिए इन कोच रेस्टोरेंटों को स्थानीय संस्कृति से संबंधित सौंदर्यीकरण और खूबसूरत विरासत से डिजाइन किया जा रहा है। यात्री अपनी यात्रा से पहले या बाद में एक त्वरित, लेकिन स्वादिष्ट भोजन का आनंद ले सकते हैं। राहगीर और आस-पास के निवासी भी परिवार और दोस्तों के साथ ट्रेन के कोच में भोजन करने का आनंदमय अनुभव ले सकते हैं। कोच रेस्टोरेंट्स में खाद्य, स्नैक्स और पेय पदार्थ खरीदने की सुविधा होगी। इन रेस्टोरेंट का उद्देश्य रेलवे के लिए गैर-किराया राजस्व उत्पन्न करने के अलावा यात्रियों और जनता की जरूरतों को पूरा करना है। पूसीरे की इस पहल से कुशल और अकुशल दोनों प्रकार के श्रमिकों के लिए रोजगार सृजन की उम्मीद है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अरविन्द राय

   

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