अलकनंदा नदी पर आकार लेने लगा 200 मीटर स्पान डबल लेन पुल

-पुल बनने से आपस में लिंक होंगे गौरीकुंड व बदरीनाथ राजमार्ग

-जिला मुख्यालय में लगने वाले जाम से मिलेगी निजात

-कई गांवों का कलक्ट्रेट से होगा सीधा संपर्क

रुद्रप्रयाग, 6 सितंबर (हि.स.)। भारत सरकार की ऑलवेदर रोड परियोजना के तहत जिला मुख्यालय में ऋषिकेश-बदरीनाथ और रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग को आपस में जोडऩे के लिए अलकनंदा नदी पर 200 मीटर स्पान का पुल आकार लेने लगा है। इस वर्ष के आखिर तक पुल का निर्माण पूरा होने की उम्मीद है।

परियोजना के तहत जखतोली से बेलणी तक 900 मीटर लंबी सुरंग बन चुकी है, जिससे इन दिनों यातायात का संचालन भी किया जा रहा है। वर्ष 2008-09 में बीआरओ ने भारत सरकरा के सड़क एवं परिवहन मंत्रालय को रुद्रप्रयाग में सुरंग और अलकनंदा नदी पर पुल निर्माण का प्रस्ताव भेजा था। सभी औपचारिकताओं के बाद 2019 में परियोजना की सैद्धांतिक स्वीकृति मिली, जिसे ऑलवेदर रोड परियोजना में शामिल किया गया। वर्ष 2021 में सुरंग और पुल का शिलान्यास किया गया।

कार्यदायी संस्था ने दिसंबर 2022 से परियोजना का कार्य शुरू किया। पहले चरण में भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी ने रिकार्ड सात महीने में ही नौ सौ मीटर सुरंग को आरपार कर दिया था। इसके बाद, सुरंग के आतंरिक कार्य किये गये और इस वर्ष यात्राकाल के पहले चरण में यहां से वाहनों का संचालन भी किया गया। वहीं, अलकनंदा नदी पर प्रस्तावित 200 मीटर लंबे डबल लेन आरसीसी पुल का कार्य जोरों पर चल रहा है। पुल की डेक आकार लेने लगी है।

कार्य की प्रगति से उम्मीद है कि इस वर्ष के आखिर तक पुल बनकर तैयार हो जाएगा। इस पुल के बनने से सुरंग के माध्यम से गौरीकुंड हाईवे का बदरीनाथ हाईवे से सीधा लिंक हो जाएगा। इस सुविधा से जहां यात्राकाल व अन्य समय में जिला मुख्यालय में लगने वाले जाम से निजात मिलेगी। वहीं, धनपुर, रानीगढ़ और भरदार क्षेत्र के गांवों का कलक्ट्रेट, विकास भवन से सीधा संपर्क हो जाएगा।

इधर, राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण खंड लोनिवि के अधिशासी अभियंता ओंकार पांडे ने बताया कि पुल के निर्माण कार्य की नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है। साथ ही कार्यदायी संस्था से प्रतिदिन की रिपोर्ट मांगी जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / दीप्ति

   

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