अजमेर, 14 जनवरी(हि.स.)। राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में 12 - 14 जनवरी 2025 तक आयोजित तीन दिवसीय सृजन वार्षिक खेल व सांस्कृतिक महोत्सव 2025 का भव्य समापन 14 जनवरी को हुआ।
राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आनंद भालेराव ने बताया कि इस वर्ष राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय में इस भव्य उत्सव “सृजन” का ये तीसरा संस्करण मनाया जा रहा है और यह देखकर मुझे बहुत गर्व होता है कि यह हमारे विश्वविद्यालय का सबसे बड़ा उत्सव बन गया है। यह जीवंत उत्सव हमारी समृद्ध संस्कृति, प्रतिभा और उत्साह को प्रदर्शित करता है। इस कार्यक्रम की विशेषता है कि सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी, जो एक अविस्मरणीय अनुभव बनाने के लिए एक साथ आते हैं। यह एक ऐसा मंच है जहाँ विचार पनपते हैं, परंपराएँ जीवंत होती हैं और हमारा कैम्पस उत्सव के केंद्र में बदल जाता है।
तीन दिन तक चले इस खेल और सांस्कृतिक उत्सव में कई प्रतियोगिताएँ आयोजित हुए जिनमे अभिनय से जुडी प्रतिस्पर्धाओं जैसे एकांकी , माइम, मोनोलोग, स्किट शामिल थे। नृत्य प्रतिस्पर्धाओं में लोक कला, क्लासिकल, वेस्टर्न, श्रेणी के एकल व सामूहिक नृत्य प्रतियोगिता थी, कलाकृति की गतिविधियों में मेहंदी, पोस्टर,फोटोग्राफी, रंगोली प्रतियोगिताएं का आयोजन किया गया।
इन गतिविधियों के सामानांतर ही योग क्लब द्वारा योग के विविध आसनों की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। संगीत प्रतियोगिताओ में क्लासिकल, इंस्ट्रुमेंटल, लाइट वोकल, वेस्टर्न संगीत की प्रतिस्पर्धाएँ हुई। इसके अतिरिक्त प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। सभी प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों ने पूरे उत्साह के साथ बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया।
तीन दिवसीय आयोजन ने खेल कौशल, सांस्कृतिक विविधता और छात्रों के उत्साह की जीवंत भावना का उत्सव मनाया। इसमें 400 से अधिक प्रतिभागियों ने विभिन्न गतिविधियों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। सृजन 2025 ने विभिन्न पृष्ठभूमियों से आए छात्रों को खेल और एथलेटिक आयोजनों में भाग लेने के लिए एक साथ लाकर, टीम वर्क, दृढ़ संकल्प और खेल भावना के मूल्यों को प्रोत्साहित किया। टीम खेलों ने दर्शकों को रोमांचित किया, जिनमें वॉलीबॉल, बास्केटबॉल, क्रिकेट (लेदर बॉल), कबड्डी और फुटबॉल की प्रतियोगिताएं शामिल थीं। इसके अलावा, इनडोर खेलों में शतरंज, टेबल टेनिस और बैडमिंटन में प्रतिभागियों ने अपनी रणनीतिक कौशल का परीक्षण किया। एक विशेष 5-सर्किट फिटनेस चैलेंज ने शक्ति और सहनशक्ति का भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। एथलेटिक उत्कृष्टता का भी बेहतरीन प्रदर्शन हुआ जिसमें 100-मीटर और 200-मीटर दौड़, लंबी कूद, गोला फेंक और भाला फेंक जैसे कार्यक्रम शामिल थे।
बेहतरीन प्रस्तुतियों ने दर्शकों को किया मंत्रमुग्ध ............
इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण था कवि सम्मेलन जिसमें राजस्थान और उज्जैन के नमी कवियों ने शिरकत की और अपनी बेहतरीन प्रस्तुतियों से सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कवि रमेश जी की करुण गीतों ने मार्मिक संवेदनाओं को चरम पर पहचाया तो वहीँ दूसरी और कवियत्री निशा के श्रृंगार रस ने सबको मोहित कर दिया। कवि दिनेश के हास्य रस ने तो खूब समां बाँधा और वहीँ सोहन के राजस्थानी काव्य ने सबको संस्कृति और अपनी मिटटी से बांधे रखा। कवि सम्मलेन का संचालन डॉ शीतल प्रसाद ने किया।
सृजन उत्सव के दौरान पतंगोत्सव का भी आयोजान किया गया जिसमे सभी ने उत्साह पूर्वक भाग लिया। सृजन उत्सव का समापन भव्य सांस्कृतिक संध्या से हुआ जिसमें सांस्कृतिक समिति अध्यक्ष ने त्रिदिवसीय गतिविधियों का प्रतिवेदन पढ़ा। कार्यक्रम की अध्यक्षता डीन अकादमिक प्रो दिनेश चंद्र शर्मा द्वारा की गयी।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / संतोष