नोएडा, 19 दिसंबर (हि.स.)। नोएडा के साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने निवेश के नाम पर तीन करोड़ रुपये की ठगी में शामिल जालसाज को आज गिरफ्तार किया है। आरोपित को पुलिस ने शुक्रवार को बदायूं से गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में दो आरोपियों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
अपर पुलिस उपायुक्त (साइबर क्राइम) शैव्या गोयल ने बताया कि निवेश के नाम पर तीन करोड़ रुपये की ठगी करने के मामले में पुलिस की टीम जांच में जुटी है। इसी क्रम में तेजपाल और रुपेंद्र के नामक दो जालसाजों के नाम सामने आए थे। पुलिस इन दोनों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पूछताछ में दोनों ने बदायूं निवासी 20 वर्षीय आमेंद्र शाक्य के बारे में जानकारी दी थी। शुक्रवार को आमेंद्र को उसके निवास स्थान से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में आमेंद्र ने बताया कि वह आरोपी तेजपाल के संपर्क में था। तेजपाल का मुंबई के उन लोगों से संपर्क है, जो निवेश के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह से सीधे जुड़े हैं। मुंबई में बैठे जालसाज करंट खाता उपलब्ध कराने के बदले लोगों को भारी भरकम कमीशन देते हैं। लालच में आकर आमेंद्र ने भी अपने काजगात जीएसटी फर्म बनवाने के लिए साथी तेजपाल को दे दिए। तेजपाल के द्वारा ओमेंद्र के फर्म से संबंधित कागजात बनवाए गए। इन्हीं कागजात का इस्तेमाल कर आमेंद्र ने बैक ऑफ बड़ौदा बैंक में खाता खुलवाया। खाता खोलने के लिए आमेंद्र को 50 हजार रुपये वहां दिए गए। एक सप्ताह बाद उसे 50 हजार रुपये और दिए गए। इस प्रकार खाताधारक आमेंद्र को अपने करंट खाते के बदले एक लाख रुपये मिले। विवेचना के दौरान सामने आया कि आमेंद्र से संबंधित खाते में ठगी के एक करोड़ रुपये आए है।
---------------
हिन्दुस्थान/सुरेश
हिन्दुस्थान समाचार / सुरेश चौधरी



